पटना: बिहार में नेपाल से नशे का कारोबार हो रहा है. एनसीबी की कार्रवाई और जांच में यह बातें सामने आयी हैं. बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) के बाद से ही ड्रग तस्कर एक्टिव हो चुके हैं. नेपाल और भारत के सीमा से लगे गांवों के भोले और मासूम लोगों को निशाना बनाया जाता है. तस्कर इनसे ही ड्रग्स को सीमा पार करवा रहे हैं. महज कुछ सालों में ही नेपाल से ड्रग तस्करी (Drug Smuggling From Nepal) का मामला गहराता जा रहा है.
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भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र सहित जिले में शराब तस्करी पर कार्रवाई बढ़ने के साथ ही गांजा और स्मैक की खपत और तस्करी बढ़ गई है. नशे की लत वाले शराब के कारण पकड़े जाने का जोखिम उठाने के बदले मादक पदार्थों के सेवन में लग गए हैं. यही कारण है कि खुली सीमा का फायदा उठाकर तस्कर इस काम में जुटे हुए हैं. बिहार में साल 2016 से पूर्ण शराबबंदी है. बिहार में शराबबंदी के बाद से दूसरी नशीली पदार्थों की डिमांड काफी बढ़ गयी है. बिहार के कई स्थलों से गांजा और ड्रग्स की बड़ी खेप मिल चुकी है, जो इस बात का सबूत है कि तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है.
बताते चलें कि बिहार में शराबबंदी कानून को प्रभावी बनाने के लिए एक्शन मोड में लगी बिहार पुलिस के लिए मादक पदार्थ की तस्करी को रोकना भी एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने आ रही है. नेपाल से ड्रग तस्करी (Drug Smuggling From Nepal) का मामला लगातार सामने आ रहा है. राजधानी पटना के गांधी मैदान थाना अंतर्गत शनिवार की रात मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले दो अंतरराष्ट्रीय तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. पकड़े गए तस्करों के पास से बिहार पुलिस ने ढाई किलो चरस जब्त किया है. बरामद चरस की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लाखों की बताई जा रही है. गिरफ्तार तस्करों में एक राजस्थान के झुंझुनू का रवि शर्मा और पटना का आसिफ शामिल है.
दरअसल, शराबबंदी का सख्ती से पालन होता देख नशे की लत वाले लोग अब शराब पीने का जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं. लोग नशीली कफ सिरप या फिर गांजा और स्मैक का प्रयोग धड़ल्ले से कर रहे हैं. यही कारण है कि हाल के दिनों में मादक पदार्थों की तस्करी में अप्रत्याशित वृद्धि देखी जा रही है.
हाल के दिनों में भारत-नेपाल सीमा सुरक्षा कर्मियों एवं स्थानीय पुलिस प्रशासन की गिरफ्त में आए ड्रग तस्करों के पर्दाफाश से यह बात सामने आई है कि लोग नशे के लिए किसी प्रकार का जोखिम नहीं उठा रहे हैं. बता दें कि गिरफ्तार रवि शर्मा के पास से 1 किलो जबकि आसिफ के पास से डेढ़ किलो चरस बरामद किया गया है. पुलिस द्वारा छानबीन में पता चला है कि ये ड्रग्स तस्कर नेपाल से ड्रग्स की तस्करी कर बिहार ही नहीं देश के अन्य राज्यों में भी ड्रग्स पहुंचाया करते थे. हालांकि शराबबंदी के बाद बिहार से सटे नेपाल के ड्रग तस्कर काफी एक्टिव हो गए हैं. बिहार पुलिस की विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब बिहार पुलिस हाल के दिनों में बिहार के विभिन्न जिलों से बरामद ड्रग्स और उसके तस्करों का लिंक नेपाल से जुड़े होने का साक्ष्य जुटाने में लग गई है.
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पुलिस मुख्यालय के विशेष सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार ड्रग्स पेडलर के बयान के आधार पर चरस सहित अन्य मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले काठमांडू के संदेश शर्मा उर्फ मोगली महाराज की गिरफ्तारी की तैयारी में बिहार पुलिस जुट गई है. मिल रही जानकारी के अनुसार पुलिस मुख्यालय उसके बारे में भारत के विदेश मंत्रालय के जरिए नेपाल के विदेश मंत्रालय को सूचना भी देगी.
आपको बता दें कि पिछले शनिवार को राजधानी पटना के गांधी मैदान और शास्त्री नगर थाने में ड्रग्स तस्कर राजस्थान के रवि शर्मा और अरवल के आसिफ के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है. हालांकि सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार इन दोनों ड्रग तस्करों को रिमांड पर लेकर पूछताछ भी की जाएगी और इनकी अकाउंट को भी फ्रीज किया जाएगा.
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