पटना : राज्य के अलग-अलग जिलों में वज्रपात ने कहर बरपाया. आकाशीय बिजली गिरने (वज्रपात) से 18 लोगों की मौत हो गई. सूबे में हुए वज्रपात से मौत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुख जताया है.
आपदा की घड़ी में प्रभावित परिवारों के साथ मुख्यमंत्री खड़े हुए हैं. आश्रितों के लिए 4-4 लाख रुपए देने का निर्देश दिया गया है. वज्रपात से झुलसने वालों का खर्च भी उठाने का निर्देश जारी किया गया है.
कहां-कहां हुई कितनी मौत
बता दें कि बिहार में वज्रपात से 18 लोगों की मौत हुई है. पूर्णिया और जुमई जिले में 6 लोगों की मौत हुई. इसके अलावा बेगूसराय और भागलपुर में 8 लोगों की जान चली गयी. आकाशीय बिजली ने कटिहार, अररिया, खगड़िया और शिवहर में 4 लोगों की जान ले ली.
पूर्णिया में आसमान से आयी मौत
पुलिस के अनुसार, पूर्णिया के भटगामा गांव में एक ही परिवार की महिलाएं और पुरुष बुधवार को खेत में मूंग तोड़ने का काम कर रहे थे. इस दौरान अचानक बारिश शुरू हो गई. बारिश से बचने के लिए सभी लोग एक पेड़ के नीचे आ खड़े हुए. इसी दौरान वज्रपात की चपेट में आने से मां-बेटी और एक अन्य महिला की मौके पर ही मौत हो गई. इसके अलावा, वज्रपात से तीन अन्य लोग जख्मी हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए पूर्णिया सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की फाइल फोटो.
बेगूसराय में बरपाया कहर
बेगूसराय जिले में अलग-अलग स्थानों पर वज्रपात होने से एक बच्ची और दो युवकों की मौत हो गई. मंझौल सहायक थाना क्षेत्र के सिउरी गांव में कुछ युवक बगीचे में आम चुनने के लिए गए थे. इसी बीच, दोनों वज्रपात की चपेट में आ गए. वहीं बहरामपुर पंचायत में आंधी के दौरान आम चुनने के दौरान वज्रपात की चपेट में आने से एक बच्ची की मौत हो गई.
21 जून को हुई थी 12 की मौत
जमुई जिले में अलग-अलग क्षेत्रों में आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई. जमुई जिले के सोनो प्रखंड के कोरिया गांव तथा भलुआहि गांव में आकाशीय बिजली गिरने से एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई. इसके अलावा आकाशीय बिजली की चपेट में आने से गया और शिवहर जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है. उल्लेखनीय है कि 21 जून को भी बिहार के कई हिस्सों में आकाशीय बिजली गिरने से 12 से अधिक लोगों की मौत हुई थी.