नई दिल्ली:गर्मियों का मौसम जारी है. ऐसे में कई बार-बार पावर कट होने लगता है. इसके चलते गर्मियों में इन्वर्टर की जरूरत ज्यादा पड़ती है. आज ज्यादातर घरों में इन्वर्टर का इस्तेमाल होता है. जैसे ही बिजली कटती है, बैटरी इन्वर्टर घर में करंट देने लगता है. इससे घर के पंखे, लाइट्स और टीवी जैसी चीजें आराम से चलती हैं. आमतौर पर इन्वर्टर से लाइट्स और पंखे ही चलाए जाएं तो उसकी बैटरी लगभग 24 घंटे तक का बिजली बैकअप दे देती है.
हालांकि, गर्मी में इन्वर्टर का यूज बढ़ जाता है और उससे पंखे आदि भी चलते हैं, जिससे उसकी बैटरी का पानी जल्दी सूख जाता है. ऐसे में समय-समय पर चेक करके बैटरी में पानी डालते रहना पड़ता है. लगभग 3-4 महीने में एक बार पानी डाला जाए तो बैटरी की लाइफ बढ़ जाती है.
अब सवाल ये उठता है कि बैटरी में कौन-सा पानी डाला जाए. ज्यादातर लोग आपको इनवर्टर की बैटरी में RO का पानी डालने की सलाह देंगे तो कुछ बारिश के पानी का. हालांकि, यह आपकी बैटरी के लिए ठीक नहीं होता. बारिश, RO, नल या नहर का पानी बैटरी में डालने से उसकी लाइफ काफी कम हो जाती है.
अगर आप चाहते हैं कि आपके इन्वर्टर की बैटरी लंबी चले तो आपको डिस्टिल्ड वाटर इस्तेमाल करना चाहिए. इनवर्टर की बैटरी में डालने के लिए डिस्टिल्ड वाटर ही सबसे सही होता है.
कैसे बनता है डिस्टिल्ड वाटर
डिस्टिल्ड वाटर बनाने के लिए सबसे पहले साधारण पानी को भांप में बदला जाता है और फिर उसे ठंडा करके फिर से पानी में तब्दील किया जाता है. इसमें किसी तरह की कोई भी मिलावट नहीं होती है. इसीलिए इनवर्टर बैटरी में होने वाले केमिकल रिएक्शन पर इस पानी का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. इसके अलावा डिस्टिल्ड वाटर का TDP भी काफी कम होता है. यह बाजार में आसानी से मिल जाता है. इसके अलावा इसे ऑनलाइन भी खरीदा जा सकता है.
RO के पानी खराब हो सकती है बैटरी?
अगर आप अपने इनवर्टर की बैटरी में RO का पानी इस्तेमाल करते हैं तो बैटरी खराब हो सकती है. दरअसल, RO के पानी में टीडीएस काफी ज्यादा होता है. हालांकि, टीडीएस कम करवा कर RO के पानी का इस्तेमाल इनवर्टर बैटरी में किया जा सकता है.
इनवर्टर बैटरी में डाल सकते हैं पीने का पानी?
कुछ लोग इनवर्टर की बैटरी में साधारण पीने का पानी भी डाल देते हैं. इससे बैटरी खराब हो जाती है. बता दें कि पीने के पानी में कई अशुद्धियां होती हैं और जब हम इस पानी को बैटरी में डालते हैं, तो वे बैटरी की प्लेट से चिपक जाती हैं. इसके चलते बैटरी चार्ज करने में समस्या होने लगती है और बैटरी खराब भी हो सकती है.
बारिश के पानी में कई अशुद्धियां
कुछ लोगों मानते हैं कि बैटरी के लिए बारिश का पानी था ठीक होता है, लेकिन उनको यह नहीं पता होता कि बारिश के पानी में डिस्टिल्ड वाटर के मुकाबले चार गुना ppm होता है, जिससे बैटरी को नुकसान हो सकता है.
यह भी पढ़ें- कितने टेम्प्रेचर पर सेट करें एयर कंडीशनर? हेल्थ को नहीं होगा नुकसान, बिजली की भी होगी बचत