हैदराबाद: एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने आज स्टारशिप की सातवीं टेस्ट फ्लाइट को सफलतापूर्वक लॉन्च किया लेकिन लॉन्च के कुछ मिनट बाद ही वह फेल हो गया. रॉकेट के निचले हिस्से में आग पकड़ गई और फिर से वापस नीचे लेकर आना पड़ा. आइए हम आपको साइंस के क्षेत्र की इस बड़ी ख़बर की पूरी डिटेल्स बताते हैं.
लॉन्च के बाद स्टारशिप में लगी आग
सातवां स्टारशिप स्पेसएक्स का सबसे बड़ा और पॉवरफुल रॉकेट है. इसे गुरुवार को 5:37PM EST (भारतीय समयानुसार 17 जनवरी की सुबह 4:07AM पर) बजे टेक्सास में मौजूद स्टारबेस फैसिलिटी सेंटर से लॉन्च किया गया था. इस फ्लाइट टेस्ट में सातवें स्टारशिप को ऑर्बिटल स्पीड तक पहुंचने और 10 डमी स्पेसक्राफ्ट को लॉन्च करने की कोशिश करनी थी, लेकिन यह कोशिश कामयाब नहीं हो पाई.
इन डमी स्पेसक्राफ्ट को फ्यूचर में लॉन्च होने वाले अपग्रेडेड स्पेक्सएक्स स्टारलिंक सैटेलाइट्स के साइज, वजन और डिजाइन की तरह ही तैयार किया गया था, ताकि उसका अच्छी तरह से परीक्षण किया जा सके. इसी मकसद से इस मिशन को लॉन्च किया गया, लेकिन करीब साढ़े 8 मिनट के बाद ही स्पेसएक्स की टीम का सातवें स्टारशिप से कॉन्टैक्ट टूट गया. उसके बाद लॉन्चिंग कमेंटेटर्स ने ऐलान किया कि रॉकेट खो गया है.
कैसे और क्यों लगी आग?
एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के लिए इस असफलता को एक बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि इससे पहले तक एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने अपनी टेस्ट फ्लाइट्स में कई कामयाबियां हासिल की है. इस बार स्पेसएक्स की 7वीं टेस्ट फ्लाइट फेल तो हो गई, लेकिन उसके बावजूद उसने एक बेहद मुश्किल प्रक्रिया में सफलता हासिल की.
दरअसल, स्टारशिप रॉकेट के निचले हिस्से को सुपर हैवी बूस्टर कहा जाता है. आज के टेस्ट में इस हिस्से में आग लग चुकी थी, लेकिन फिर भी स्पेसएक्स की टीम ने उसे सफलतापूर्वक पृथ्वी तक लाने में कामयाबी हासिल की. स्पेसएक्स की टीम ने एक बड़े मैकेनिकल आर्म्स का यूज़ करके रॉकेट को पृथ्वी से थोड़ा ऊपर ही पकड़ लिया. शायद, इसी कारण से उस जगह पर कोई बड़ा विस्फोट नहीं हुआ.