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सितंबर में क्यों गिर जाती है वाहनों की रीटेल बिक्री? बीते माह 9.26 प्रतिशत कम बिकी गाड़ियां

सितंबर का महीना ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए अच्छा नहीं रहा, क्योंकि बीते माह वाहनों की खुदरा बिक्री इस साल के सभी माह से कम हुई.

By ETV Bharat Tech Team

Published : 6 hours ago

Maruti Suzuki Wagon-R
Maruti Suzuki Wagon-R (फोटो - Maruti Suzuki)

हैदराबाद:ऑटोमोबाइल की रीटेल बिक्री के लिए सितंबर का महीना बहुत ही खराब साबित हुआ. ऐसा इसलिए क्योंकि बीते माह इस साल के पहले नौ महीनों में ऑटोमोबाइल की खुदरा बिक्री सबसे कम रही. दोपहिया और तिपहिया वाहनों, यात्री वाहनों, कमर्शियल वाहनों और ट्रैक्टरों के लिए संयुक्त बिक्री 17,23,330 यूनिट्स की रही.

सितंबर 2024 के आंकड़े साल-दर-साल 9.26 प्रतिशत की तेज गिरावट और महीने-दर-महीने 8.89 प्रतिशत की गिरावट (अगस्त 2024: 18,91,499 यूनिट्स) के साथ बंद हुई. पांच वाहन खंडों में से केवल ट्रैक्टर की खुदरा बिक्री में 14.69 प्रतिशत सालाना वृद्धि दर्ज की गई है, जिनकी कुल 65,542 यूनिट्स बेची गईं.

Hero Splendor+ (फोटो - Hero Motocorp)

वहीं दोपहिया वाहनों की मांग 8.51 प्रतिशत घटकर 1.20 मिलियन यूनिट्स रह गई, जबकि तिपहिया वाहनों की बिक्री 106,524 यूनिट्स के साथ लगभग स्थिर रही और इनकी खुदरा बिक्री में 0.66 प्रतिशत की मामूली वृद्धि हुई. यात्री वाहनों की बिक्री में लगभग 19 प्रतिशत की बड़ी गिरावट दर्ज हुई, जोकि 2,75,681 यूनिट्स की थी.

Kia Seltos (फोटो - Kia India)

वहीं सितंबर 2023 में यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री 3,39,543 यूनिट्स दर्ज की गई थी, जो बीते माह 63,862 यूनिट्स कम हुई. कमर्शियल वाहनों की बात करें तो इनकी खुदरा बिक्री 74,324 इकाई रही, जो सालाना आधार पर 10.45 प्रतिशत कम दर्ज हुई.

Hero Super Splendor (फोटो - Hero Motocorp)

शीर्ष डीलर संगठन फेडरेशन ऑफ डीलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एफएडीए) के अध्यक्ष सी एस विघ्नेश्वर ने बताया कि "गणेश चतुर्थी और ओणम जैसे त्यौहारों की शुरुआत के बावजूद, डीलरों ने बताया है कि प्रदर्शन काफी हद तक स्थिर रहा है. इससे पता चलता है कि इन त्यौहारी अवधियों के दौरान समग्र बाजार भावना निराशाजनक रही है, जिसमें प्रवृत्ति सपाट या नकारात्मक वृद्धि की ओर झुकी हुई है."

Mahindra XUV 3XO (फोटो - Mahindra & Mahindra)

उन्होंने आगे कहा कि "श्राद्ध अवधि ने बिक्री को और भी नकारात्मक रूप से प्रभावित किया, जिससे विभिन्न श्रेणियों में खुदरा बिक्री में साल-दर-साल गिरावट आई. मांग को बढ़ावा देने के लिए सभी क्षेत्रों में छूट और ऑफ़र पेश किए गए हैं, लेकिन इनसे बिक्री में अभी तक कोई खास सुधार नहीं हुआ है."

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