जैसलमेर: शहर के बबर मगरा क्षेत्र में दो मासूम बच्चों की हत्या के आरोपी एहसान खान व युवती सोनिया बानो को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस पूछताछ में आरोपी अहसान ने बताया कि दोनों बच्चों ने खिड़की से उसे व युवती को साथ में आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था. जिसके बाद उन्होंने बच्चों को लालच देकर कमरे के अंदर बुलाया. इसके बाद सोनिया ने आदिल का गला दबाया और हसनेन के सिर पर लोहे के सरिये से वार किए. जिससे दोनों मासूमों ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया. इसके बाद दोनों मासूमों के शवों को टांके में फेंक दिया.
आरोपी की हरकतों से हुआ शक: एसपी सुधीर चौधरी ने बताया कि शव मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची. इस दौरान हत्या के आरोपी ने पुलिस को भी भ्रमित करने का प्रयास किया. पहले आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने बच्चों को 4 बजे खेलते हुए देखा था. इसके बाद वह अलग-अलग जगह पर खिलौने भी बताने ले गया. पुलिस को युवक की हरकतों से शक हो गया. युवक द्वारा ही परिजनों को एफआईआर तथा पोस्टमार्टम नहीं करवाने के लिए उकसाया गया. कमरे की तलाशी के लिए चाबी मांगी, तो आरोपी ने चाबी नहीं होना बताया. ताला तोड़ने लगे, तो युवक ने चाबी दे दी.
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आपत्तिजनक स्थिति में बच्चों देखा तो किया मर्डर: जानकारी के अनुसार एहसान और सोनिया बबर मगरा इलाके में पड़ोस में ही रहते हैं. दोनों का कई साल से अफेयर चल रहा था. 5 अक्टूबर को एहसान के घर में दोनों मिले. इस दौरान पड़ोस में ही रहने वाले हसनेन और आदिल खेलते-खेलते घर में आ गए. दोनों बच्चों ने एहसान और सोनिया को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया. बच्चों को अचानक कमरे में देख दोनों सकपका गए. दोनों ने बदनामी के डर से बच्चों को मार डालने का निर्णय लिया.
बताया जा रहा है कि सोनिया ने हसनेन को और एहसान ने आदिल को गले से पकड़ा और दोनों का गला दबाना शुरू किया. बच्चे चिल्लाए ना इसको लेकर दोनों बच्चों के ऊपर बैठ गए. सोनिया ने हसनेन को गला दबाकर मार डाला, वहीं आदिल को एहसान ने गला दबाकर नहीं मरने पर कमरे में रखे लोहे के सरिये से सिर पर मारा. चोट से मासूम के सिर से खून का फव्वारा छूटा और वो वहीं मर गया.
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22 पुलिसकर्मियों की टीम ने 12 घंटे में किया खुलासा:ब्लाइंड मर्डर के खुलासा करने में 22 पुलिसकर्मियों ने 12 घंटे में ही कोतवाल सवाई सिंह और डीएसटी प्रभारी हैड कांस्टेबल भीमराव के नेतृत्व में ब्लाइंड मर्डर का खुलासा किया. पुलिस टीम में शहर कोतवाल सवाई सिंह, एसआई सज्जन सिंह, अल्ताफ हुसैन, एएसआई धनाराम, हैड कांस्टेबल राजकुमारी, सन्तोष, दिनेश कुमार, बलूदान, जस भारती, कांस्टेबल जालाराम, देवेन्द्र कुमार, रोशनलाल, हिगलाज दान, कौशलाराम, धर्मेन्द्र प्रसाद, धारासिंह, गणेश कुमार, रामेश्वरी, मगी, हैड कांस्टेबल टीपी कमाल खान, टीपी कांस्टेबल भीम सिंह समेत डीएसटी टीम से हेड कांस्टेबल भीमराव सिंह, कांस्टेबल हजार सिंह, सुभाष, कैलाश व ड्राइवर रमेश कुमार शामिल रहे.