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विश्व पर्यावरण दिवस 2024: गौरेला पेंड्रा मरवाही से पर्यावरण को बचाने का संदेश, भारी संख्या में लोगों ने लिया हिस्सा - World Environment Day 2024 - WORLD ENVIRONMENT DAY 2024

गौरेला पेंड्रा मरवाही में कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर वृक्षारोपण किया. साथ ही लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया.

World Environment Day 2024
विश्व पर्यावरण दिवस 2024 (ETV BHARAT)

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jun 5, 2024, 5:14 PM IST

विश्व पर्यावरण दिवस पर वृक्षारोपण (ETV BHARAT)

गौरेला पेंड्रा मरवाही: विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर गौरेला पेंड्रा मरवाही में कलेक्टर और एसपी ने पौधा रोपण किया. इस दौरान पर्यावरण और प्रकृति के संरक्षण के लिए वृक्षारोपण के महत्व को भी लोगों को बताया. अमृत सरोवर ग्राम पंचायत कुदरी के साथ ही सभी पंचायतों में वृक्षारोपण अभियान की शुरूआत की गई. जिला पुलिस अधीक्षक ने अपने कार्यालय परिसर में वृक्षारोपण किया.

पर्यावरण संरक्षण का संदेश :दरअसल, गौरेला पेंड्रा मरवाही में विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर बुधवार को पेण्ड्रा विकासखण्ड के अमृत सरोवर तालाब कुदरी में जिला स्तरीय वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर जिला कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने अमृत सरोवर के मेढ़ पर बरगद का पौधा गया. परियोजना निदेशक डीआरडीए कौशल प्रसाद तेंदुलकर ने पीपल का पौधा रोपण किया. ठीक इसी तरह सरोवर के चारों मेढ़ पर जनप्रतिनिधियों और ग्राम वासियों ने आम, जामुन, कटहल आदि के पौधे लगाए.

इसलिए जरूरी है वृक्षारोपण: इस दौरान कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने कहा कि, "वृक्षारोपण का उद्देश्य पर्यावरण और प्रकृति की रक्षा करना है. प्रकृति का दोहन होने से तापमान बढ़ता है. जल संकट का सामना करना पड़ता है. हर साल बरसात के मौसम में हमें अधिक से अधिक पौधे लगाने चाहिए. उन पौधों की देखभाल करनी चाहिए." इस दौरान बारिश का जल संचय करने के लिए सभी शासकीय और निजी भवनों में रेनवाटर हारवेस्टिंग अनिवार्य रूप से लगाने की भी अपील की.

हमारे जीवन में वृक्षों की बड़ी अहमियत है. वृक्षों से हमें सिर्फ छाया ही नहीं मिलता बल्कि फल-फूल, ईंधन आदि भी मिलते हैं. -कौशल प्रसाद तेन्दुलकर, परियोजना निदेशक

बता दें कि विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर जिले में प्रशासनिक अधिकारियों ने वृक्षारोपण कर लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया. साथ ही पेड़ों की अंधाधुंध कटाई को रोकने की अपील की.

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