लखनऊ :भाजपा संगठन पर्व 2024 को लेकर प्रदेश चुनाव पर्यवेक्षकों की सोमवार को कार्यशाला आयोजित की गई. इसमें उत्तर प्रदेश के केंद्रीय पर्यवेक्षक और राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े ने कहा कि, भाजपा संगठन के विस्तार एवं वैचारिक मजबूती का आधार निष्ठापूर्वक संगठन के चुनाव में अपनाये रखना है. जिससे भविष्य में आने वाली चुनौतियों का सामना किया जा सके.
उत्तर प्रदेश के केंद्रीय पर्यवेक्षक विनोद तावड़े ने कहा कि हमारा प्रयास रहे कि भाजपा का दर्शन, सिद्धांत एवं वैचारिक अधिष्ठान का आग्रह लोगों तक पहुंचे. भाजपा के संविधान के अनुसार, नियमों के तहत, आम सहमति से चुनावों में युवा वर्ग को संगठन विस्तार में अहम भूमिका में लाया जाए. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में एक मात्र भारतीय जनता पार्टी ऐसी पार्टी है जो 365 दिन 24 घंटे काम करती है. भाजपा केवल सत्ता प्राप्ति के लिए राजनीति नहीं करती, बल्कि एकमात्र ऐसी राजनीतिक पार्टी है जो राजनीति के साथ सेवा के लिये भी जानी जाती है. हम राजनीति के साथ-साथ सामाजिक सरोकार का काम भी करते हैं.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि, संगठन पर्व के पहले चरण में जिलों में कार्यशालाएं कीं. इसके बाद मंडल स्तर पर कार्यशालाएं आयोजित की गईं. कार्यशालाओं के सफल संचालन के उपरांत बूथों पर संगठनात्मक बैठकें करके हम संगठन चुनाव को गति के साथ आगे बढ़ा रहे हैं. संगठन के चुनावों की धुरी मंडल और उसके बाद जिला स्तर पर रहेगी. मंडल कार्य का संगठनात्मक आधार है. मंडल की सक्रियता के कारण जिला, बूथ और शक्ति केन्द्र के स्तर पर कार्य अच्छा हो जाता है. उन्होंने कहा कि मंडल स्तर के चुनावों के लिए एक कार्ययोजना तय है, जिसके बारे में आप सभी को बताया जाएगा कि क्या और कैसे करना है.
प्रदेश चुनाव अधिकारी डॉ महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने बताया कि, 5 दिसंबर तक सभी बूथ कमेटियां गठित कर ली जाएंगी. 98000 बूथ समितियों का निर्वाचन संपन्न किया जा चुका है. सभी संगठनात्मक 98 जिलों में जिला चुनाव अधिकारी, मंडल चुनाव अधिकारी एवं शक्ति केन्द्र चुनाव अधिकारी कार्य कर रहे हैं. प्रदेश में अपील कमेटी गठित कर ली गई है एवं पर्यवेक्षकों के नाम तय किये जा चुके हैं. जिनको तीन से चार जिला का कार्य सौंपा गया है. संगठन पर्व के दूसरे चरण के लिए अब तक 63 जिलों की जिला कार्यशालाएं पूरी हो गईं हैं. जिलों की कार्यशालाओं के साथ ही मंडल की बैठकें भी आरंभ हैं. 10 दिसंबर तक मंडल गठन के बारे में आरंभिक विचार आदि के लिए जिला चुनाव अधिकारी एवं सह चुनाव अधिकारी प्रवास कर रहे हैं.