बलौदाबाजार:छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजरा में डायरिया का कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा है. जिले में डायरिया से तीसरी मौत हो गई. 26 साल की एक महिला ने डायरिया से दम तोड़ दिया. इससे पहले खपरी गांव में एक बच्चे की मौत भी डायरिया से हुई. दूसरी मौत जारा गांव में एक युवक की हुई.
बलौदाबाजार में डायरिया से तीसरी मौत, बारिश के कारण अस्पताल पहुंचने में हुई देरी, रास्ते में महिला की गई जान - Diarrhea in Balodabazar
Diarrhea in Balodabazar बलौदाबाजार में डायरिया से एक और मौत हो गई. बारिश के कारण नाला उफान पर होने के कारण समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाए जिससे महिला ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया.
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Jul 27, 2024, 8:17 AM IST
डायरिया से महिला की मौत:पलारी ब्लॉक के ग्राम टेमरी निवासी 26 साल की कविता पटेल को गुरुवार रात घर पर उल्टी दस्त होना शुरू हुआ. रात में जोरदार बारिश के कारण अस्पताल नहीं जा पाए. सुबह 10 बजे तक महिला को डायरिया की शिकायत हुई. पति राकेश पत्नी को अस्पताल ले जाने डायल 112 सहित आसपास के लोगों को गाड़ी के लिए फोन लगाता रहा लेकिन बारिश के कारण रोहांसी नाला के उफान में होने से रास्ता बंद हो गया. किसी तरह दूसरे गांव से गाड़ी की व्यवस्था कर महिला को पलारी अस्पताल ले जाया गया लेकिन तब तक महिला की मौत हो चुकी थी.
बारिश के कारण तुरंत नहीं जा पाए अस्पताल: पति राकेश ने बताया "बारिश ज्यादा होने और गांव में कोई साधन नहीं होने से अस्पताल लाने में देरी हो गई. घर पर हम तीनों पति पत्नी और दो साल का बेटा ही रहते है. जिसके कारण किसी की मदद भी नहीं ले पाए और एक ही रात को आचनक उल्टी दस्त शुरू हुआ. कल दिन भर हम लोग खेत में काम किए एकदम स्वस्थ थी, आचनक तबीयत कैसे बिगड़ी पता ही नहीं चला."
बारिश के दिनों में डायरिया की शिकायत होने पर मितानिन से करें संपर्क:पलारी अस्पताल के बीएमओ डॉ बी एस ध्रुव ने बताया कि जब कविता पटेल को अस्पताल लाया गया तो उसकी मौत पहले ही हो चुकी थी. डायरिया की शिकायत पर सबसे पहले गांव की मितानिन से संपर्क कर सकते थे. वह उचित सलाह और प्रारंभिक दवाइयां दे देती है, साथ ही मरीज की स्थिति पर भी नजर रहती है.