जूता, कपड़ा और रिश्ता जब कष्ट दें उसे त्याग दो, भिलाई में शिव महापुराण के आखिरी दिन पंडित प्रदीप मिश्रा का संदेश - Pandit Pradeep Mishra
Bhilai Shiv Mahapuran, Pandit Pradeep Mishra भिलाई में शिव महापुराण के आखिरी दिन शिव भक्तों का जलसैलाब देखने को मिला. लाखों लोग पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा सुनने पहुंचे. सीएम साय की पत्नी कौशल्या साय लगातार सातवें दिन भी शिव महापुराण सुनने पहुंची. कथा के दौरान प्रदीप मिश्रा ने ना सिर्फ लोगों को ज्ञान की बातें बताई बल्कि भक्तों से शिवलिंग पर एक लोटा जल चढ़ाने का भी आग्रह किया.
पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा (ETV Bharat Chhattisgarh)
भिलाई:जयंती स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के शिव महापुराण कथा को सुनने लाखों लोग पहुंचे. एक हफ्ते तक चले कथा में लोगों ने शिव महापुराण और पंडित प्रदीप मिश्रा को सुना. कथा में महिलाओं की ज्यादा भीड़ नजर आई. कथा के आखिरी दिन पूरा जयंती स्टेडियम श्रद्धालुओं से भरा रहा. कथा के आखिरी में कथावाचक ने लोगों से शिव आराधना और शिवलिंग पर जल चढ़ाने का आह्वान किया. महापुराण के दौरान उन्होंने भक्तों को कई ज्ञान की बातें भी बताई.
भिलाई में शिव महापुराण का आखिरी दिन (ETV Bharat Chhattisgarh)
पंडित प्रदीप मिश्रा का भिलाई शिव महापुराण में संदेश:
पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा "अगर आप ऑफिस जाते हैं और पहली फाइल उठाने से ही टेंशन आ जाता है तो आपका नौकरी पर जाने का मन नहीं करता. इसी तरह घर में अगर कलेश हो रहा है, परिवार वालों से विवाद हो रहा है तो घर आने का मन नहीं करता इसलिए नौकरी ऐसी हो जहां जाने का मन करें और घर ऐसा हो जहां आने का मन करें."
"अगर आपको कोई कपड़ा या जूता टाइट होने की वजह से कष्ट देता है तो आप उसे नहीं पहनते और छोड़ देते हैं. इसी तरह जो रिश्ता जिंदगी में कष्ट दें उसको आप त्याग दो. जिंदगी भर आप मेहनत करो और धन दौलत कमा कर घर बंगला बना लो पर अगर घर में बच्चे आपकी इज्जत नहीं करते, चिल्लाकर बात करते हैं तो उस धन दौलत का कोई मतलब नहीं रह जाता है. दुनिया का सबसे बड़ा स्वर्ग है अपना और शंकर का घर."
पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा "बिल्ली अपने बच्चे को मुंह में पकड़ कर ले जाती है तो बच्चे को कुछ नहीं होता लेकिन बिल्ली जब चूहे को अपने मुंह में पकड़ती है तो वो बचता नहीं हैं. उसी तरह शिव महापुराण की कथा सुनोगे तो बिल्ली के बच्चे की तरह बचकर निकल जाओगे. अकाल मृत्यु वो मरे जो काम करे चंडाल का, काल उसका क्या बिगाड़े जो भक्त हो महाकाल का."
शिव महापुराण सुनने भक्तों का सैलाब (ETV Bharat Chhattisgarh)
"हनुमान जी के मंदिर में राम-सीता का होना जरूरी नहीं है, परंतु राम जी के मंदिर में हनुमान जी का होना जरुरी हैं. क्योंकि हनुमान जी ने भगवान राम की सच्चे मन से भक्ति की है और जहां राम का नाम आता है वहां हनुमान जी का जिक्र जरूर होता है."
पंडित प्रदीप मिश्रा ने प्यार और प्रेम में अंतर समझते हुए कहा कि "प्यार संसार से होता है और प्रेम परमात्मा से होता है. प्यार में सूटकेस में 32 टुकड़े मिलते है. और प्रेम से प्रभु मिलते है. उन्होंने कहा कि, संसार के लोगों से प्यार होगा तो मोबाइल में बैलेंस डल जाएगा पर प्रेम किया तो उम्र का बैलेंस डल जाता हैं. इसलिए प्रेम ईश्वर से करो कभी धोखा नहीं मिलेगा."
"अपना रिमोट कंट्रोल अपने पास रखो, अपना कंट्रोल किसी और को मत दो. जिंदगी के तीन क्रम है, सबसे पहले लोग आपके काम पर हसेंगे, फिर आप जब आगे बढ़ने लगेंगे तब दुनिया के लोग आप पर ताने कसेंगे. जब आप बहुत उन्नति की सीढ़ी में चढ़ जाओगे तो लोग आपका हाथ जोड़ कर सम्मान करेंगे. इसलिए निरंतर मेहनत करते रहो."
भिलाई शिव महापुराण में वीआईपी: कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के शिव महापुराण के आखिरी दिन छत्तीसगढ़ सीएम विष्णुदेव साय की पत्नी कौशल्या साय, भिलाई निगम महापौर नीरज पाल, भिलाई भाजपा जिला अध्यक्ष महेश वर्मा, दुर्ग सांसद विजय बघेल की धर्मपत्नी रजनी बघेल, विधायक देवेंद्र यादव की माता, जस्टिस PP साहू की पत्नी, भाजपा कांग्रेस के पार्षद सहित लाखों की संख्या में लोग कथा सुनने पहुंचे.