पटना: राजधानी पटना के ग्रामीण इलाकों में बीते 48 घंटे से रुक-रुक कर बारिश और ओलावृष्टि हो रही है. बारिश के साथ हवा चलने की वजह से गेहूं की फसल खेतों में गिर गई है. वहीं पक कर तैयार हुई मसूर की फसल जो खलिहान में रखी थी, उसे भी क्षति पहुंची है. किसान इस बेमौसम बारिश से परेशान हैं. सरकार से फसल की क्षति के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं. मसौढ़ी प्रखंड में 3600 हेक्टेयर में गेहूं की खेती की जाती है. इसके अलावा करीब 3000 हेक्टेयर में मसूर की खेती की जाती है.
मुआवजे की उम्मीदः मसौढ़ी के शर्मा गांव स्थित विमलेश सिंह, उदय सिंह, चितरंजन सिंह, चुनेश्वर सिंह के साथ हरबसपुर के अरुण कुमार, जगपुरा के सीताराम सिंह तमाम किसानों ने कहा कि इस बार रबी की फसल बे मौसम बरसात होने से बर्बाद हो गई. बारिश होने से हमारे सैकड़ों एकड़ में लगी गेहूं की फसल गिर गई है. मसूर की फसल बर्बाद हो गई है. अब सरकार से उम्मीद करते हैं कि जो फसल की क्षति हुई है उसका उचित मुआवजा मिले.
कर्ज लेकर की थी खेतीः सरवां गांव के विमलेश सिंह ने कहा कि बेमौसम बारिश से खलिहान में रखी हुई मसूर की फसल बर्बाद हो गई. कर्ज लेकर हमने खेती की थी. सोचा था कि इस बार कुछ आमदनी होगी लेकिन सभी मेहनत पर पानी फिर गया. अब कर्ज कैसे उतरेगा पता नहीं चल रहा है. तारेगना डीह की सुनैना देवी ने कहा कि 5 एकड़ में लगी गेहूं और तीन बीघे में लगी मसूर की फसल बर्बाद हो जाएगी. पिछले 48 घंटे से बारिश हो रही है. कैसे बचाएं समझ में नहीं आ रहा है.