शिमला:हिमाचल प्रदेश में लंबे समय से मौसम शुष्क बना हुआ है. इसके बाद भी पहाड़ों में पारा जमाव बिंदु से नीचे चला गया है. इसके कारण कई झीलें, झरने, नदियां और नाले-नाले जमना शुरू हो गए हैं. वहीं, लाहौल स्पीति में भी ब्लैक आइस का खतरा बढ़ गया है. ब्लैक आईस के खतरे को देखते हुए आने वाले समय में मनाली-काजा मार्ग को बंद किया जा सकता है.
वहीं, पारा गिरने से प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ठंड बढ़ गई है. सबसे कम तापमान लाहौल स्पीति के ताबो में रिकॉर्ड किया गया है. यहां का तापमान - 7.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. इसके अलावा कुकुमसेरी का -2.3, और समदो का तापमान-0.4 तक पहुंच गया है. वहीं, बिलासपुर में सबसे अधिक तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है.वहीं, शिमला में न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री, मनाली में 4.5 और रिकांगपिओ में न्यूनतम तापमान 3.9 डिग्री दर्द किया गया है.
विभिन्न शहरों का अधिकतम और न्यूनतम तापमान
स्थान
न्यूनतम तापमान (डिग्री सेल्सियस में)
अधिकतम तापमान(डिग्री सेल्सियस में)
शिमला
9.6
19.4
सुंदरनगर
6.5
26.6
भुंतर
4.8
26.0
कल्पा
0.6
18.2
धर्मशाला
10.7
24.5
ऊना
8.8
25.8
नाहन
10.5
24.4
पालमपुर
7.2
NA
सोलन
5.4
25.7
मनाली
4.2
18.0
कांगड़ा
8.6
26.5
मंडी
7.3
24.6
बिलासपुर
9.1
28.0
हमीरपुर
8.1
NA
चंबा
7.7
26.2
इन जगहों पर शून्य से नीचे पहुंचा न्यूनतम तापमान
स्थान
न्यूनतम तापमान(डिग्री सेल्सियस में)
अधिकतम तापमान(डिग्री सेल्सियस में)
ताबो
-7.6
22.0
कुकुमसेरी
-2.8
NA
समदो
-0.4
16.1
कल्पा
0.6
18.2
आने वाले दिनों में ऐसा रहेगा मौसम
वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार 22 नवंबर तक प्रदेश के मैदानी और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम शुष्क बना रहेगा यहां बारिश की कोई संभावना नहीं है. वहीं, आज लाहौल-स्पीति, चंबा, कांगड़ा और कुल्लू के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मौसम खराब रहने की संभावना है. इसके बाद उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में भी 21 नवंबर तक मौसम साफ बना रहेगा. वहीं, पश्चिमी विक्षोभ की सक्रिय होने के बाद 22 नवंबर को एक बार फिर उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी की संभावना है. वहीं, मौसम के शुष्क बने रहने से प्रदेश के मंडी, बिलासपुर, ऊना समेत कई जिलों में घना कोहरा देखने को मिल रहा है. 18 से 20 नवंबर तक मंडी और बिलासपुर के कई क्षेत्रों में घने कोहरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है.
लाहौल स्पीति में ब्लैक आइस का खतरा
वहीं, लाहौल स्पीति जिला में भी ब्लैक आइस का खतरा बढ़ गया है. ब्लैक आईस के खतरे को देखते हुए लाहौल स्पीति पुलिस ने एडवाइजरी भी जारी की है. इसके अलावा सैलानियों से भी आग्रह किया है कि वो सुबह और शाम के समय घाटी की सड़कों पर सफर न करें. लाहौल स्पीति की अगर बात करें तो यहां पर अब पारा माइनस से नीचे जा रहा है और सड़कों पर पानी जमने के चलते फिसलन बढ़ गई है. वहीं, पुलिस ने लोगों को नदी-नालों से भी दूर रहने की सलाह दी है.
बारिश न होने से किसान बागवान परेशान
हिमाचल में पिछले कई दिनों से बारिश न होने से किसान परेशान हैं. बारिश न होने से मंडी, कुल्लू, कांगड़ा समेत अन्य जिलों में गेहूं की बुआई नहीं हो पाई है. मौसम विभाग ने 15-16 नवंबर के ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश-बर्फबारी की संभावना जताई थी. लेकिन इसके बाद भी मौसम साफ बना रहा. ऐसे में आने वाले दिनों में बारिश बर्फबारी न होने से किसानों की परेशानी बढ़ जाएगी.