प्रयागराज/बहराइच/रामपुर : उत्तराखंड में हो रही लगातार बारिश का असर मैदानी इलाकों में एक बार फिर अब दिखने लगा है. प्रयागराज में गंगा नदी का जलस्तर लगातार तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन बाढ़ के खतरे को देखते हुए सिंचाई विभाग एक बार फिर अलर्ट मोड में आ गया है. सिंचाई विभाग का बाढ़ प्रखंड हर 4 घंटे पर गंगा और यमुना नदियों की जलस्तर की माप कर रहा है. वर्तमान में गंगा का जलस्तर 50 सेंटीमीटर और यमुना का 105 सेंटीमीटर बढ़ रहा है.
उत्तराखंड में लगातार बारिश होने से वहां के कई जिलों में बाढ़ आ गई है, जिसके चलते हरिद्वार बैराज से गंगा में पानी लगातार छोड़ा जा रहा है. धर्म आस्था की संगम नगरी प्रयागराज में फिर से बाढ़ का प्रकोप दिखने लगा है. बात करें तो बीते कल से ही प्रयागराज के संगम तट का जलस्तर बढ़ने लगा है, जिससे तीर्थ पुरोहित सहित तमाम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. धीरे-धीरे लोग अपना सामान सुरक्षित जगह पर ले जाने लगे हैं, हालांकि गंगा नदी अभी खतरे के निशान से करीब लगभग 6 मीटर नीचे बह रही है. इसके बावजूद तटीय इलाकों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है. गंगा और यमुना नदियों में जलस्तर बढ़ने के मद्देनजर ग्रामीणों को भी एहतियात बरतने को कहा गया है, वहीं तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि पितृपक्ष नजदीक है, जिसके चलते हम लोगों ने तैयारियां पूरी कर ली थीं, लेकिन फिर से सामान समेट कर वापस ऊपर के इलाकों में भागना पड़ा है. लोगों का कहना है कि जिस तरीके से गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, उससे लगता है कि कुछ घंटे में लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर तक पानी पहुंच सकता है.
बहराइच में भारी बारिश का कहर, एक दर्जन से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में : जनपद के बिछिया तहसील मिहीपुरवा अंतर्गत थाना सुजौली क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांव बाढ़ की जद में आ चुके है. बाढ़ के कारण लोगों का जीवन संकट में है. पिछ्ले दो दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से नेपाल के पहाड़ों के पानी से गेरुआ और कौड़ियाला नदी उफान पर है. जनपद के चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज में जलस्तर जलस्तर बढ़ने लगा है, जिसके कारण बैराज प्रभारी नितिन यादव के निर्देश पर बैराज के सभी गेट खोल दिए गए हैं, वहीं नेपाल में नदियों के जलस्तर बढ़ने से घाघरा की जद में ग्राम पंचायत सुजौली, बड़खड़िया, चहलवा और जंगल गुलरिया के एक दर्जन से अधिक गांव में बाढ़ का पानी घुस गया. जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गईं. भारी बारिश से सुजौली के कई गांव में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं, वहीं इलाके के कई गांवों में किसानों की धान की फसलें गिर चुकी हैं और खेतों में अधिक जलभराव के कारण फसलें बर्बाद होने की कगार पर हैं.
रामपुर में कोसी नदी का जलस्तर बढ़ा :मूसलाधार बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर बढ़ने से शुक्रवार को जिलाधिकारी रामपुर जोगिंदर सिंह ने आठवीं तक के सभी स्कूलों का अवकाश घोषित कर दिया है. बात करें कोसी नदी की तो उत्तराखंड के रामनगर बैराज से लगभग 26000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है. जिला प्रशासन ने नदी किनारे बसे लोगों से अपील की है कि तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से फैसलें बिछी हुई हैं. वहीं बाढ़ को लेकर जिला प्रशासन 24 घंटे अलर्ट मोड पर है. कई बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं, जहां 24 घंटे कर्मचारी तैनात हैं.
मेरठ में कच्चा मकान गिरा, दो बच्चों की मौत:बहसूमा थानाक्षेत्र के ग्राम मोड़ खुर्द में बरसात के बाद कच्चा मकान गिर गया. इसके मलबे में दबने से दो बच्चों की मौत हो गयी. वहीं मशरूफ की पत्नी रुखसार और मसरूफ घायल हो गये. सूचना मिलने पर एसडीएम मवाना अंकित कुमार और सीओ सौरभ सिंह घटनास्थल पर पहुंचें. बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.