बलरामपुर बना रहस्य लोक, सीधी के पेड़ से निकल रही पानी की धार, आस्था का लगा दरबार - Water dripping from tree Balrampur
बलरामपुर में पेड़ से टपकता पानी लोगों के लिए रहस्य बनता जा रहा है. पेड़ से टपकते पानी को देखने के लिए लोग बड़ी संख्या में सीधी के पेड़ के पास पहुंच रहे हैं. अब लोग इस चमत्कार को नमस्कार भी कर रहे हैं.
बलरामपुर:जिला मुख्यालय के ग्राम पंचायत कृष्ण नगर में पेड़ से लगातार पानी टपक रहा है. यह ग्रामीणों के लिए रहस्य बना हुआ है. इस पेड़ को सीधा पेड़ के नाम से जाना जाता है. इसी सीधा पेड़ से बीते कुछ दिनों से लगातार पानी टपक रहा है जो आश्चर्य में डालने वाला है. ग्रामीणों की मानें तो बीते करीब पांच छह दिनों से पेड़ से लगातार पानी टपक रहा है. इन चार-पांच दिनों से गांव में बारिश भी नहीं हुई है. बावजूद इसके लगातार पेड़ से पानी टपक रहा है. ये पानी यहां के ग्रामीणों के लिए रहस्य बना हुआ है.
बलरामपुर में पेड़ से टपकता पानी बना रहस्य (ETV Bharat)
सावन में टपकता है पानी: जानकारी के मुताबिक बलरामपुर का कृष्णनगर बंगाली बाहुल्य गांव है. यहां बड़ी संख्या में बंगाली समाज के लोग रहते हैं. बंगाली समाज के मुताबिक उनका सावन का महीना शुरू हो चुका है, इसलिए पेड़ से लगातार पानी टपक रहा है.
इस पेड़ के बगल में मेरा घर है. मैं पिछले साठ-सत्तर सालों से यहां रह रहा हूं लेकिन मैंने इससे पहले कभी पेड़ से पानी टपकते हुए नहीं देखा था. पिछले चार-पांच दिनों से ही इस पेड़ से पानी टपक रहा है. यह दैवीय शक्ति है या फिर कुछ और है, ये समझ नहीं आ रहा है.- ग्रामीण
लोगों में इसे लेकर आस्था: इस बारे में एक ग्रामीण का कहना है, "हमारे यहां अजीबोगरीब रहस्य सीधा पेड़ से पिछले कुछ दिनों से बूंद-बूंद पानी टपक रहा है. इसको देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी रहती है. कोई श्रद्धा से पानी को अपने आंखों में लगा रहा है. कोई बीमार व्यक्ति का पानी से इलाज कर रहा. कोई इसे ईश्वरीय चमत्कार मान रहे. बिना बरसात के पिछले कुछ दिनों से पेड़ से पानी टपक रहा है."
जब बहुत ज्यादा गर्मी या नमी होने से पेड़ पानी को ज्यादा खींच लेता है और फिर उस पानी को उनकी पत्तियों से छोड़ता है, वो गुटेशन कहलाता है. अगर पौधा अधिक पानी में है या मिट्टी ज़्यादा पानी सोखने वाली है तो पेड़ पानी को छोड़ सकता है.कभी-कभी पौधे अधिक मात्रा में नमक या पोषक तत्वों को निकालने के लिए पानी रिस कर छोड़ता हैं. कुछ पत्तियों की संरचना ऐसी होती है, जिसमें पानी थोड़ा ज्यादा रिसता है. जैसे कि हाइडाथोड्स की मदद से. कभी-कभी तापमान परिवर्तन के कारण अन्य संरचना जैसे ट्राइकोम, लेंटिसेल्स, स्टोमैटा से भी पादप रस रिसने लगता हैं, जो पानी के समान प्रतीत होने लगते है. -डॉ दीपक कुमार सोनी, असिस्टेंट प्रोफेसर, वनस्पति विज्ञान, डॉ. सी. वी. रमन युनिवर्सिटी, बिलासपुर
बता दें कि गांव में चार पांच दिनों से सीधा पेड़ से पानी टपक रहा है. लोगों का मानना है कि यह ईश्वरीय चमत्कार है. बीते चार-पांच दिन से यहां बारिश भी नहीं हुआ है. बंगाली समाज के लोगों का मानना है कि जब से बंगाली समाज का सावन शुरू हुआ है, तब से यहां पेड़ से पानी टपक रहा है. वहीं, वैज्ञानिक की इस पर अलग ही राय है.