अलवर. गर्मी के तीखे होते तेवर के साथ ही जिले में पेयजल संकट विकराल रूप धारण करने लगा है. पेयजल संकट से परेशान महिलाएं हर दिन जलदाय विभाग के कार्यालय के चक्कर लगाने को मजबूर हैं या फिर सड़कों पर उतर रास्ता जाम व प्रदर्शन कर रही हैं, लेकिन अलवर शहर में पेयजल सप्लाई में सुधार के बजाय अधिकारियों की ओर से केवल आश्वासन ही दिए जा रहे हैं. मंगलवार को वार्ड 20 की महिलाएं पेयजल समस्या लेकर जलदाय पहुंची, लेकिन उन्हें भी कोरा आश्वासन ही मिला.
अलवर शहर के वार्ड नंबर 20 की महिलाओं ने बताया कि ब्रहमचारी मोहल्ले में पिछले छह सालों से पानी की समस्या है. कई बार इस समस्या से जलदाय विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला. ब्रहमचारी मोहल्ला निवासी मनीषा सोनी ने बताया कि उनके माहेल्ले में पिछले 6 साल से पानी की समस्या है. सड़कें टूटी पड़ी हैं, नालियां भरी हुई हैं, कोई भी पानी भरने नहीं देता. ऐसे में कहां से पानी लाएं. बच्चों के पेपर चल रहे हैं. जलदाय विभाग के अधिकारियों को इस समस्या से कई बार अवगत कराया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
पढ़ें :पानी की किल्लत पर फूटा महिलाओं का गुस्सा, रोड किया जाम - WATER CRISIS IN ALWAR
नगर निगम नेता प्रतिपक्ष विक्रम यादव भी पहुंचे : अलवर नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष विक्रम यादव भी शहर के वार्ड नंबर 5 व 9 की लोगों के साथ जलदाय विभाग के अधिकारियों के पास समस्या के समाधान के लिए पहुंचे. विक्रम यादव ने बताया कि सफाई कर्मियों को सफाई करने के बाद नहाने का पानी भी नहीं मिल पा रहा है. साथ ही यह लोग दो शिफ्ट में काम करने के बाद भी पानी को मोहताज हो रहे हैं. विभाग की ओर से तीन दिन का समय दिया गया है. यदि तीन दिन बाद उनकी समस्या का समाधान नहीं होता है तो जलदाय विभाग के बाहर ही दिन-रात धरना दिया जाएगा. यहां से तभी उठेंगे जब पानी की समस्या का समाधान मिल जाएगा.
चाकसू में भी पेयजल संकट से लोग परेशान : चाकसू विधानसभा क्षेत्र में भीषण गर्मी के साथ पेयजल समस्या गहराई हुई है. ग्रामीण क्षेत्र में अधिकांश हिस्सों में जलापूर्ति नहीं हो रही. वहीं, शहरी जलापूर्ति क्षेत्र में 10-15 मिनट पानी की सप्लाई हो रही है, जो कि पर्याप्त नहीं हैं. जबकि कई गांवों में जल जीवन मिशन के अधूरे कार्यों से इस बार गर्मी में भी पेयजलापूर्ति नहीं है. ऐसे में मंगलवार को गुस्साए ग्रामीण महिलाओं में रोष देखने को मिला. यहां ग्रामीण महिलाओं ने प्रदर्शन करते हुए शासन व प्रशासन के खिलाफ रोष जाहिर कर इस ओर ध्यान देने की मांग की है.