कुशीनगर: जिले में एक दलित व्यक्ति को सार्वजनिक शौचालय में जाने पर तालिबानी सजा दी गयी. आरोप है कि ग्राम प्रधान और उनके सहयोगियों ने पहले घण्टों तक शौचालय के अंदर बंद रखकर मारपीट की. इसके बाद पिता को बुलाकर दोनों से पूरा शौचालय साफ कराया. इतना ही नहीं दबंगों ने युवक को उसके पिता के सामने पिटाई की, जिससे आंख में गंभीर चोट आ गई. इसके बाद शौच करने का जुर्माना 5 हजार रुपये वसूल कर छोड़ा. इसके बाद ग्रामीण और पीड़ित परिवार ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है. मानवता को शर्मसार करने वाला यह मामला चौरा खास थानाक्षेत्र के कोटवा करजही गांव का है.
चार घंटे तक शौचालय में रखा बंद
चौरा खास थानाक्षेत्र के कोटवा करजही गांव के सरकारी सार्वजनिक शौचालय में शौच प्रेम प्रसाद शौच करने चला गया था, जिसके बाद उसे तालीबानी सजा दी गई है. प्रेम प्रसाद ने बताया कि वह अक्सर घर में बने शौचालय या कभी कभार बाहर खुले में शौच करने जाता था. लेकिन 12 जुलाई सुबह 7 बजे के करीब जब काम के सिलसिले से गांव से बाहर निकल रहा था तभी उसका पेट खराब हो गया. इस पर वह गांव के बाहर बने सार्वजनिक शौचालय का इस्तेमाल करने चला गया. जैसे वह शौचालय में शौच के लिए बैठा तो दरवाजा उसपर गिर गया. इसके बाद वह शौचालय का दरवाजा उठा कर बाहर आ गया. तभी गांव के किसी व्यक्ति ने ग्राम प्रधान सुरेंद्र कुशवाहा को फ़ोन पर जानकारी दे दी. प्रेम प्रसाद ने बताया कि ग्राम प्रधान अपने सहयोगियों के साथ मौके पर पहुंचे और उसको शौचालय के अंदर कर बाहर से ताला बंद कर दिए. शौचालय में 4 घण्टे तंक बन्द रखा गया.
पिता के सामने भी पीड़ित को पीटा
प्रेम प्रसाद के शौचालय में बंद करने का वीडियो भी सामने आया है. प्रेम प्रसाद के पिता भगन प्रसाद ने बताया कि ग्राम प्रधान ने इसके बाद उसे मौके पर बुलाकर पहले बेज्जत किया. फिर टूटे हुए दरवाजे का जुर्माना 15 हज़ार रुपये मांगा. उसने इतनी बड़ी रकम देने इनकार कर दिए. इसके बाद 5 हज़ार रुपये पर आकर बात बनी. भगन ने बताया कि 5 हज़ार रुपये कर्ज लेकर ग्राम प्रधान को दे दिया, ताकि इस मुसीबत से मुक्ति मिले. लेकिन ग्राम प्रधान ने उसके बेटे को उसके सामने ही बुरी तरह खूब पीटा. जिसकी वजह से प्रेम प्रसाद की एक आंख में गंभीर चोटे आई है.