नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने पीडब्लूडी, जल और वित्त मंत्री आतिशी की ओर से दिल्ली की कॉलोनियों में सीवर के ओवरफ्लो होने की समस्या पर मुख्य सचिव के प्रति नाराजगी जताने पर हैरानी जताई है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार अपनी नाकामियों और भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए ठीकरा मुख्य सचिव पर फोड़ना चाहती हैं. आतिशी ने मुख्य सचिव को भेजे पत्र में स्वयं ही स्वीकार किया है कि सरकार के विभिन्न विभागों में आपसी तालमेल न होने के कारण अनेक कॉलोनियों के सीवर ओवरफ्लो हो रहे हैं.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि दिल्ली सरकार के मंत्रियों को यह समझना चाहिए कि यह विभागों के आपसी तालमेल का नहीं, बल्कि मंत्रियों के बीच आपसी तालमेल न होने का संकेत है. यही कारण है कि पिछले 10 सालों में न तो मंत्री आपस में तालमेल बिठा पाए और न ही जनता की समस्याओं की तरफ ध्यान दे पाए.
गुप्ता ने कहा कि पिछले 10 सालों में सरकार हर मोर्चे पर फेल रही है. उन्होंने याद दिलाया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वादा किया था कि वह कारखानों और सीवरों का गंदा पानी यमुना में नहीं गिरने देंगे ताकि यमुना को साफ किया जा सके और इसमें डुबकी लगाई जा सके. अब धीरे-धीरे अरविंद केजरीवाल के ये वादे सिर्फ वादे ही बनकर रह गए. पारदर्शिता के साथ शासन चलाने का वादा करने वाले मुख्यमंत्री के शासन में ही कभी सरप्लस फण्ड वाला विभाग 'दिल्ली जल बोर्ड' आज 75 हजार करोड़ के घाटे में चल रहा है.