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काशी विश्वनाथ धाम नवनिर्माण के तीन साल: तीन दिन पहले शुरू हुआ आयोजनों का सिलसिला, ये है वजह - KASHI VISHWANATH DHAM VARANASI

Kashi Vishwanath Dham Varanasi : मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी दी जानकारी. कई आयोजन होंगे.

विश्वभूषण मिश्रा, काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी.
विश्वभूषण मिश्रा, काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी. (Photo Credit : ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 10, 2024, 2:25 PM IST

वाराणसी :श्री काशी विश्वनाथ धाम में नवनिर्माण के 3 साल 13 दिसंबर को पूरे होने जा रहे हैं. हालांकि इस बार आयोजन 13 दिसंबर से पहले 10 दिसंबर से ही शुरू हो गए हैं. इसके पीछे बड़ी वजह सनातन कैलेंडर है. कैलेंडर के अनुसार तिथि विशेष को ध्यान में रखकर मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी बृजभूषण मिश्रा ने कार्यक्रमों की शुरुआत की तैयारी की है.

जानकारी देते मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा. (Video Credit : ETV Bharat)

मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा ने बताया कि 13 दिसंबर 2024 को श्री काशी विश्वनाथ धाम नवीनीकृत कॉरिडोर परिसर के निर्माण के 3 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं. विक्रम संवत के अनुसार स्थापना की तिथि मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को स्थापना की वर्षगांठ पूर्ण होती है. इंग्लिश कैलेंडर के अनुसार मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 10 दिसंबर को पड़ेगी इसलिए विक्रमी संवत की गणना के अनुसार मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि से ही विश्वनाथ धाम के तीसरी वर्षगांठ के कार्यक्रम की शुरुआत हो जाएगी.

मुख्य कार्यपालक अधिकारी के अनुसार शिव आराधना में तीन का विशिष्ट महत्व है. महादेव ही आदियोगी हैं. समस्त यौगिक साधनाओं में नाड़ी सिद्धि का विशिष्ट महत्व है. शैवागम के अनुसार परमशिव ही स्वयं को त्रिदेव स्वरूप में ब्रह्मा विष्णु महेश के स्वरूप में व्यक्त करते हैं. इसलिए धाम की तृतीय वर्षगांठ का महत्व भी विशिष्ट है. तृतीय वर्षगांठ का इसी रूप में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास भव्य आयोजन करेगा. यह आयोजन भी तीन दिनों में आयोजित किया जा रहा है. इंग्लिश कैलेंडर के अनुसार 10 दिसंबर, 12 दिसंबर एवं 13 दिसंबर को कार्यक्रम उपरोक्तानुसार संपन्न किए जाने हैं. आयोजित कार्यक्रम तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किए जा सकते हैं, यह श्रेणियां हैं - शास्त्रोक्त, शास्त्रीय एवं लोक आयोजन. इस महा आयोजन की तिथि को संयोग से प्रदोष तिथि के साथ ही साथ त्रयोदशी तिथि भी पड़ रही है. यह और भी दुर्लभ संयोग भी है.

बता दें, 13 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद के नवीनीकृत परिसर का लोकार्पण किया गया था. कार्यक्रमों की शृंखला मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि (10 दिसंबर 2024) से ही प्रारंभ हो जाएगी. 10 दिसंबर को पंचमुखी हनुमान मंदिर (ढुंढिराज गणेश के सन्निकट) में विशिष्ट शास्त्रीय पूजन के साथ ही सप्त चिरंजीवियों का आह्वान पूजन संपन्न किया जाएगा. इस शास्त्रीय आयोजन में आचार्य विश्वेश्वर शास्त्री द्राविड़ होंगे. यजमान की भूमिका श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की तरफ से संपन्न की जाएगी. 12 दिसंबर 2024 से महारुद्र पाठ का आयोजन किया जाएगा. 13 दिसंबर को श्री काशी विश्वनाथ धाम में स्थित समस्त देव विग्रह का अभिषेक प्रातः काल शास्त्रों में वर्णित विधि से संपन्न किया जाएगा. दोपहर 1:00 बजे वैदिक यज्ञ "जयादी होम" का आयोजन सर्व सनातन विजय की कामना के साथ वैदिक विधि से संपन्न किया जाएगा. मंदिर प्रांगण में चतुर्वेद परायण भी प्रारम्भ होगा, जिसे शाम तक संपन्न कर लिया जाएगा.


निःशुल्क नेत्र परीक्षण एवं लघु उपचार शिविर


सुबह 11 बजे से मंदिर चौक परिसर में मंदिर न्यास के अर्चकों एवं कार्मिकों इत्यादि के लिए निःशुल्क नेत्र परीक्षण एवं लघु उपचार शिविर का आयोजन शंकर नेत्रालय के सहयोग से किया जाएगा. 13 दिसंबर को प्रदोष तिथि भी है, इसलिए नंदी अभिषेक भी संपन्न किया जाएगा. सायंकाल वेला में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शिवार्चनम संध्या का आयोजन मंदिर चौक में अत्यंत भव्यता के साथ किया जाएगा. सांस्कृतिक कार्यक्रमों में काशी के संगीत कलाकार नीरज सिंह, प्रख्यात सितार वादक देवव्रत मिश्र एवं प्रख्यात भजन गायक एवं बॉलीवुड सिंगर अभिजीत घोषाल अपनी प्रस्तुतियों के द्वारा भगवान विश्वनाथ की आराधना करेंगे.

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