वाराणसी :वंदे भारत ट्रेनों को लेकर रेलवे का उत्तर प्रदेश पर फोकस है. एक दिन पहले ही आगरा से बनारस वंदे भारत की सौगात मिली है. यह आगरा को चौथी और यूपी को मिली 10वीं वंदे भारत है. अब वाराणसी से झारखंड के देवघर वंदे भारत चलाने की तैयारी है. इस तरह पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को यह 6वीं और यूपी को 11वीं वंदे भारत की सौगात होगी. इस ट्रेन को पीएम मोदी 15 सितंबर को हरी झंडी दिखा सकते हैं. आइए जानते हैं, काशी विश्वनाथ धाम से देवघर के बैजनाथ धाम जाने वाली वंदे भारत की क्या है समय सारिणी.
बनारस-देवघर वंदे भारत की समय सारिणी :बैजनाथ धाम से विश्वनाथ धाम का रिश्ता और भी मजबूत होने जा रहा है. जिसके लिए 15 सितंबर को पीएम नई वंदे भारत को हरी झंडी दिखा सकते हैं. यह ट्रेन शाम 6.20 पर वाराणसी कैंट से चलकर रात 1.30 पर झारखंड के देवघर पहुंचेगी. वहीं दोपहर 3.15 पर देवघर से चलकर रात 10.20 पर वाराणसी कैंट पहुंचेगी. रेलवे इसकी तैयारी में जुटा हुआ है. वाराणसी से देवघर की दूरी करीब 475 किमी है और यह 7 घंटे में यह दूरी तय करेगी. देखा जाए तो सामान्य ट्रेनें यह दूरी तय करने में 9 घंटे तक का समय ले लेती हैं. इस तरह वाराणसी से देवघर जाने के इच्छुक दर्शानार्थियों के लिए यह सफर वंदे भारत चलने से पहले से कहीं ज्यादा सुगम हो जाएगा. बता दें कि भगवान शिव के ये दोनों धाम 12 ज्योतिर्लिंग में शामिल हैं.
प्लेटफॉर्म नंबर एक पर स्वागत:इस बारे में रेलवे अधिकारियों की मानें तो कैंट के प्लेटफार्म नंबर एक पर इस ट्रेन का स्वागत किया जाएगा. हालांकि संचालन शुरू होने के बाद किस प्लेटफार्म से यह ट्रेन चलाई जाएगी, अभी इसका निर्णय नहीं लिया गया है. इस ट्रेन के संचालन से देवघर जाने वाले यात्रियों को बड़ी सुविधा मिलेगी. वाराणसी से यह ट्रेन 22500 बनाकर देवघर जाएगी तो वहीं 22499 बनाकर देवघर से वाराणसी लौटेगी.
बनारस को मिलेगी छठवीं वंदे भारत
- बनारस-नई दिल्ली
- नई दिल्ली-बनारस
- बनारस-रांची
- बनारस-आगरा
- गोमतीनगर-बनारस-पटना
- बनारस-देवघर
यूपी को मिली कुल 11 वंदे भारत
- बनारस-नई दिल्ली
- नई दिल्ली-बनारस
- बनारस-रांची
- बनारस-आगरा
- गोमतीनगर-बनारस-पटना
- बनारस-देवघर
- मेरठ-लखनऊ
- लखनऊ-देहरादून
- गोरखपुर-लखनऊ-प्रयागराज
- आनंद विहार-अयोध्या धाम
- आगरा-उदयपुर
- ताज नगरी से जुड़ेगा बनारस