नई दिल्ली/गाजियाबाद:आज से वैशाख महीने की शुरुआत हो रही है. वैशाख हिंदू कैलेंडर का दूसरा महीना होता है. जोकि चैत्र महीने के बाद आता है. चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के बाद वैशाख महीने की शुरुआत होती है. धार्मिक दृष्टि से वैशाख मास शास्त्रों में सर्वश्रेष्ठ बताया गया है.
वैशाख मास जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित है. वैशाख मास को माधव मास भी कहा जाता है.इस माह को एक पवित्र माह के रूप में माना जाता है। जिनका संबंध देव अवतारों और धार्मिक परंपराओं से है. ऐसा माना जाता है कि इस माह के शुक्ल पक्ष को अक्षय तृतीया के दिन विष्णुअवतारोंनर-नारायण, परशुराम, नृसिंह और ह्ययग्रीव के अवतार हुआ और शुक्ल पक्ष की नवमी को देवी सीता धरती से प्रकट हुई.
आध्यात्मिक गुरु और ज्योतिषाचार्य शिवकुमार शर्मा बताते हैं की सनातन धर्म में वैशाख मास को सभी महीना में सबसे अच्छा महीना माना गया है. भगवान कृष्ण ने गीता में कहा है कि मुझे मार्गशीर्ष और वैशाख का महीना सबसे प्रिय है. मान्यताओं के अनुसार त्रेतायुग की शुरुआत भी वैशाख माह से हुई है. इस माह की पवित्रता और दिव्यता के कारण ही वैशाख माह की तिथियों का सम्बंध लोक परंपराओं में अनेक देव मंदिरों के पट खोलने और महोत्सवों के मनाने के साथ जोड़ दिया गया. यही कारण है कि हिन्दू धर्म के प्रसिद्ध मंदिर श्री केदारनाथ के कपाट वैशाख माह की अक्षय तृतीया को खुलते हैं..इसी वैशाख के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को हिन्दू तीर्थ धाम पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा भी निकलती है.