लखनऊ : उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने अपने मंडल अध्यक्षों की घोषणा की है. उत्तर प्रदेश में लगभग 1918 मंडल अध्यक्ष बनाए जाने हैं. जिनकी शुरूआती सूची जिला अध्यक्षों को प्रदेश मुख्यालय से भेज दी गई है. इनकी संख्या लगभग 750 है. कुछ जिलों की सूचियां सार्वजनिक कर दी गई है. हर जिला अपने स्तर से मंडल अध्यक्षों की जानकारी मीडिया को देगा. यही मंडल अध्यक्ष अब जिला अध्यक्षों का चयन करेंगे. पूरी सूची सर्वसम्मति से फाइनल की गई है. नामांकन जरूर हुए थे मगर चुनाव नहीं हुए हैं. जिले और क्षेत्र के पदाधिकारी से विचार विमर्श करके पार्टी ने फाइनल सूची जारी की है. जिला अध्यक्षों के चयन के बाद फरवरी तक उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष भी चुन लिया जाएगा.
यूपी में कितने मंडल अध्यक्ष हैंःबीजेपी ने उत्तर प्रदेश के 403 विधानसभा क्षेत्रों में 1918 मंडल अध्यक्ष पद बनाए हैं. ये मंडल अध्यक्ष जिला अध्यक्ष के चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. इन्हीं के जरिए जिलों के अध्यक्ष का चयन होता है. इसके बाद जिला अध्यक्ष के जरिए प्रदेश अध्यक्ष का चयन किया जाता है. बीजेपी की ओर से इस बार 15 दिसंबर तक मंडल अध्यक्षों के चुनाव कराने की घोषणा की गई थी. बताया जा रहा है कि कई जिलों में तो मंडल अध्यक्ष के 10 से 15 दावेदार तक सामने आए थे. करीब 60 फीसदी पदों पर नाम चयनित होने के बावजूद घोषित नहीं किए गए थे. इस सूची का इंतजार काफी लंबे समय से किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि बीजेपी के लिए सबसे बड़ी मुश्किल ऊंची सिफारिश और ज्यादा दावेदार के रूप में आई है. इसकी वजह से मंडल अध्यक्षों के नामों की घोषणा में देरी हुई. अब बीजेपी ने पहली सूची जारी कर दी है.
देर रात जिलों में भेजी गई सूचीः भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी ने बताया कि 29 दिसंबर की देर रात पार्टी ने जिलों में यह सूची भेज दी है. 15 दिसंबर के बाद इस संबंध में नामांकन शुरू हो गए थे. एक-एक मंडल से कई कई उम्मीदवार थे. हजारों की संख्या में उम्मीदवारों के होने की वजह से पार्टी को चयन में काफी समय लगा. चयन सर्वसम्मति से किया जाना था. इसलिए थोड़ा वक्त अधिक लग गया. आखिरकार सूची चयनित करके जिलों को भेजी गई है.