लखनऊ: उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद की मुंशी, मौलवी और आलिम की परीक्षाएं शांतिपूर्वक संपन्न हो गई हैं. यह परीक्षा 17 फरवरी से शुरू होकर 22 फरवरी की शाम तक चली. परीक्षा के लिए करीब 90,000 छात्रों ने आवेदन दिया था, लेकिन इनमें से लगभग 20,000 छात्र परीक्षा में शामिल नहीं हुए.
मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्ट्रार आर.पी. सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पूरे प्रदेश में परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संचालित हुई. किसी भी परीक्षा केंद्र से किसी प्रकार की गड़बड़ी या शिकायत की सूचना नहीं मिली. परीक्षा प्रदेश भर के 71 जिलों में 439 केंद्रों पर आयोजित की गई थी, जिनमें से 150 परीक्षा केंद्रों की लखनऊ से वेब कास्टिंग के माध्यम से लाइव मॉनिटरिंग की गई. इसके अलावा, उड़न दस्ता, सचल दस्ता और स्थानीय शिक्षक भी निगरानी में तैनात थे.
आर.पी. सिंह ने बताया कि अब मूल्यांकन प्रक्रिया पर फोकस किया जा रहा है. मदरसों में रमजान की छुट्टी को ध्यान में रखते हुए सभी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि 25 फरवरी तक परीक्षा की कॉपियां मूल्यांकन केंद्रों तक पहुंच जाएं. उन्होंने आगे बताया कि मूल्यांकन कार्य 20 मार्च तक पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि ईद से पहले, यानी 25 मार्च तक, परिणाम घोषित किए जा सकें.
रजिस्ट्रार ने कहा कि हर वर्ष परिणाम घोषित करने में देरी के कारण मदरसा छात्रों को उच्च शिक्षा में प्रवेश लेने में कठिनाई होती थी, लेकिन इस बार परीक्षा समय पर संपन्न करने के बाद, हमारा पूरा प्रयास रहेगा कि परिणाम समय से घोषित हों, ताकि छात्र-छात्राओं को आगे की शिक्षा ग्रहण करने में कोई परेशानी न हो.
इस वर्ष परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई, जिसमें शुक्रवार को भी परीक्षा एक पाली में आयोजित हुई. सभी मदरसा शिक्षक और छात्र-छात्राओं ने पूर्ण सहयोग दिया, जिससे परीक्षा बिना किसी बाधा के संपन्न हो गई. परीक्षा के सफल आयोजन पर रजिस्ट्रार आर.पी. सिंह ने सभी छात्रों को शुभकामनाएं दीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की.