लखनऊ :मोहनलालगंज लोकसभा सीट से सपा सांसद आरके चौधरी के खिलाफ वजीरगंज कोतवाली में लखनऊ पुलिस की तरफ से एफआईआर दर्ज की गई है. आरोप है कि तरुण रावत की तरफ से गांधी भवन प्रेक्षागृह में संविधान मान स्तंभ संगोष्ठी में शामिल होने के बाद सपा सांसद ने समर्थकों के साथ बगैर अुनमति के जुलूस निकाला. दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, पूर्व अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, पूर्व कैबिनेट मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी समेत 23 नेताओं व 150 अन्य के खिलाफ गौतमपल्ली थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. सभी पर प्रवर्तन निदेशालय जोनल कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन और बैरिकेडिंग तोड़ने का आरोप है. यह मुकदमा गुलिस्तां चौकी प्रभारी रमेश चंद्र पांडेय ने दर्ज कराया है.
बीते 21 अगस्त को इंदिरानगर थाना अंतर्गत लेखराज निवासी तरुण रावत की ओर से गांधी भवन प्रेक्षागृह में संविधान मान स्तम्भ संगोष्ठी आयोजित की गई थी. इसमें मुख्य अतिथि के रूप में मोहनलालगंज लोकसभा सीट के सपा सांसद आरके चौधरी शामिल हुए थे. आरोप है कि आयोजक तरुण रावत ने करीब 700 व्यक्तियों को शांतिपूर्ण तरीके से इसमें प्रतिभाग करने की बात कही थी. आवेदक ने वार्ता करने पर यह भी बताया गया था कि सभी लोग ऑडिटोरियम में प्रतिभाग करने के बाद गंतव्य को रवाना हो जाएंगे.
पुलिस के रोकने पर भी नहीं माने :कार्यक्रम के समाप्त होने के बाद सपा सांसद आरके चौधरी अपने 250 समर्थकों के साथ योजनाबद्ध तरीके से गांधी भवन प्रेक्षागृह से निकलकर नारेबाजी करते हुए जुलूस के रूप में हजरतगंज की ओर ले जाने लगे. पुलिस ने उन्हें रोककर जुलूस की अनुमति मांगी, लेकिन वह नहीं माने. यह प्रदर्शन हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर किया गया था.
जनसभा की ली थी अनुमति :प्रभारी निरीक्षक वजीरगंज दिनेश चंद्र मिश्र के मुताबिक आयोजक ने प्रेक्षागृह में जनसभा की अनुमति ली थी. सपा सांसद ने उसी अनुमति की आड़ में समर्थकों के साथ जुलूस निकालकर हुल्लड़बाजी, नारेबाजी करते हुए यातायात प्रभावित किया. उनका कहना है कि मौजूदा समय में शहर में बीएनएसएस की धारा 163 लागू है, बावजूद इसके सपा सांसद आरके चौधरी, आयोजक तरुण रावत ने समर्थकों के साथ जुलूस निकाल नारेबाजी की. इससे आम जनमानस को परेशानियों का सामना करना पड़ा.