दुमकाःजिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी की जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. जांच में पाया गया है कि दुमका में कई होटल संचालक और स्ट्रीट फूड बेचने वाले दुकानदार खाद्य पदार्थों में वैसे कलर का प्रयोग कर रहे हैं, जिसका इस्तेमाल कपड़ा रंगने के लिए किया जाता है. खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने जांच के दौरान भारी मात्रा में कलर भी जब्त किया है. साथ ही दुकानदारों पर जुर्माना भी लगाया गया है. अब विभाग ऐसे दुकानदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी में है.
कई स्थायी और अस्थायी दुकानों की हुई जांच
त्योहारों को देखते हुए जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी अमित कुमार राम ने मंगलवार को विभिन्न मिठाई दुकानों की जांच की. साथ ही कई मिठाई और दूसरे खाद्य पदार्थों का सैंपल कलेक्ट कर जांच के लिए रांची भेजा है. जांच में गड़बड़ी पाए जाने पर कई दुकानदारों पर जुर्माना लगाया गया है.
दुकान में मिठाई के साथ दवाई की बिक्री
जांच के दौरान पाया गया कि जिला स्कूल रोड में नारायणी जलपान नामक दुकान में मिठाई के साथ-साथ दवाई की भी बिक्री की जा रही थी. इस पर विभाग ने आपत्ति जताई. साथ ही दुकान में मेवा काट रहे व्यक्ति को गुटखा का सेवन करते पाया गया. ऐसे में टीम ने फौरन सांकेतिक कार्रवाई करते हुए दुकान संचालक पर दो हजार रुपये का जुर्माना लगा दिया.
मिठाई में केमिकलयुक्त रंग नहीं हो इस्तेमाल
खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी ने दुकान के मालिक मुकेश कुमार दारूका को 10 दिनों के अंदर जुर्माने की रकम चालान के जरिए जमा करने का निर्देश दिया है. साथ ही हिदायत दी गई है कि मिठाई में किसी तरह के केमिकलयुक्त रंग का इस्तेमाल न करें. साथ ही जिस मिठाई में जो-जो सामग्री इस्तेमाल की गयी है, उसे प्रदर्शित करें. साथ ही साफ-सफाई का भी ख्याल रखें.
दुकान में मिला भारी मात्रा में हानिकारक रंग
इधर, श्याम प्लाजा स्थित एक दुकान में खाद्य सामग्री के साथ बड़े पैमाने पर केमिकलयुक्त रंग पाया गया. टीम ने फौरन रंग को जब्त कर लिया. साथ ही दुकानदार को चेतावनी दी गयी कि खाद्य सामग्री वाली दुकानों में औद्योगिक रंग बिक्री करते पाया गया, तो एक लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है.