uric acid symptoms: यूरिक एसिड अब एक बड़ी बीमारी के रूप में सामने आ रहा है. बड़ी संख्य़ा में लोग इस बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं. यह बीमारी शरीर में घातक प्यूरिन की मात्रा बढ़ने के कारण होती है. यह प्यूरिन खानपान की कई चीजों में पाया जाता है. डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में लगभग 40 फीसदी लोग यूरिक एसिड से पीड़ित हैं. यह एक बड़ा आंकड़ा है. यह एक बहुत ही सामान्य बीमारी है. शरीर में यूरिक एसिड के बढ़ने से कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. इसकी वजह से पैर हाथ व शरीर के सभी जोड़ों में दर्द, सूजन और गठिया जैसी समस्याओं की संभावनाएं बढ़ जाती है. इसके अलावा यूरिक एसिड किडनी के फंक्शन को भी प्रभावित करता है. ऐसे में अगर कोई डायबिटीज या हार्ट से पीड़ित मरीज है, तो उसके लिए समस्या बढ़ सकती है. यह कहना है डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. एस देव का.
डॉ. एस देव बताते हैं कि वर्तमान समय में लाइफस्टाइल पूरी तरह से बदल चुकी है. अगर किसी मरीज का एक बार यूरिक एसिड बढ़ गया है. तो संभावना होती है कि उस मरीज का बार बार ताउम्र यूरिक एसिड बीच-बीच में बढ़ सकता है. इसे अपने स्वस्थ दिनचर्या व हेल्दी लाइफ स्टाइल से ही नियंत्रित करना होगा. इससे हाथ पैर के जोड़ों पर सबसे पहले दर्द शुरू होगा. उन्होंने कहा कि यह अनियमित लाइफस्टाइल, खराब खान पान, पानी का कम सेवन और कैलोरी से भरपूर खाने का सेवन करने से शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है. दरअसल, यूरिक एसिड शरीर में एक गंदगी की तरह जमा हो जाता है. हालांकि इसे चिकित्सकीय सलाह द्वारा ठीक किया जा सकता है. यूरिक एसिड जब बढ़ता है तो मरीज की एड़ी में काफी तकलीफ होती है. हड्डियों में दर्द होता है. इसके अलावा यूरिन करने के दौरान मरीज को जलन व दर्द महसूस होता है.
- शराब के अधिक सेवन से ये बीमारी अपनी गिरफ्त में ले लेती है.
- मुर्गा, मछली, मटन के सेवन से भी ये समस्या होती है. ज्यादा फैट वाला दूध से भी ये समस्या होती है.
- अरहर की दाल और ज्यादा चाय के सेवन से भी यह बीमारी हो जाती है.
- शुगर युक्त पेय पदार्थ (जिन में शुगर की मात्रा अधिक होती है) उसका ज्यादा सेवन भी खतरनाक है.
- गोभी, मशरूम, राजमा, सूखी मटर, पोर्क में प्यूरीन ज्यादा पाया जाता है,
लक्षण (uric acid symptoms)
- पैर की एड़ियों में दर्द
- घुटनों में दर्द
- जोड़ों में दर्द
- उंगलियों में सूजन-दर्द
- गुर्दे की पथरी
यह है नॉर्मल स्तर (uric acid normal range)
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. एस देव ने बताया कि यूरिक एसिड का स्तर महिला व पुरुष सबके शरीर में अलग-अलग होता है. पुरुषों में इसकी नॉर्मल रेंज 3.4 से 7.0 mg/dL होती है और महिलाओं में इसकी नॉर्मल रेंज 2.4 से 6mg / dL होती है. इससे ज्यादा यूरिक एसिड होने से मरीज को दिक्कतें होनी शुरू हो जाती है.
यूरिक एसिड से बचाव के नुस्खे (Home Remedies for High Uric Acid Treatment in Hindi)
- खूब पानी पिएं, इससे शरीर से काफी मात्रा में प्यूरिन निकल जाता है.
- शराब, मांस, अधिक प्रोटीन वाला भोजन, दालें, गोभी, मशरूम, राजमा, मटर आदि का परहेज करें.
- चेरी यूरिक एसिड में फायदा करती है. दर्द कम करने में इसका सेवन कर सकते हैं.
- सभी प्रकार की सब्जियाँ खा सकते हैं.
- सभी प्रकार के सूखे मेवे खाने चाहिए.
- साबुत अनाज जैसे ओट्स, ब्राउन राइस और जौ भी खा सकते हैं.
- कॉफी और ग्रीन-टी का सेवन फायदे मंद रहेगा.
- गर्म पानी का इस्तेमाल करें, यह एसिड को तेजी से कम करेगा.
- सौंफ व मिश्री को पीसकर पानी में मिलाकर पिएं.
- छाछ व दही का सेवन करें, यह पेट में ठंडक पहुंचाते हैं. इससे राहत मिलती है.