उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

पीलीभीत में पुलिस मुठभेड़ में आतंकियों के ढेर होने का मामला; मददगार कुलबीर सिंह सिद्धू के एंगल से जांच शुरू - TERRORISTS KILLED IN PILIBHIT

पीलीभीत में तीन आतंकियों को ढेर किया गया था. इस मामले में पुलिस ने मददगार सिद्धू के एंगल से जांच शुरू कर दी है.

Etv Bharat
पीलीभीत में तीन आतंकी ढेर (Photo Credit- ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 29, 2024, 10:39 PM IST

पीलीभीत: जिले में बीते दिनों पंजाब पुलिस की सूचना के आधार पर पुलिस ने पंजाब की चौकी पर ग्रेनेड से अटैक करने वाले तीन आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया था. अब तीनों आतंकियों के मददगार सिद्धू का नाम सामने आने के बाद पुलिस सिद्धू के करीबियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.

दरअसल, 19 दिसंबर को पंजाब के गुरदासपुर जिले में ऑटो पर सवार तीन आतंकियों ने एक पुलिस चौकी पर ग्रेनेड से अटैक कर दिया था. इसके बाद तीनों आरोपी भाग कर पीलीभीत आए थे. पंजाब पुलिस की सूचना के आधार पर पीलीभीत पुलिस ने 23 दिसंबर को आरोपियों की घेराबंदी शुरू की. इस दौरान पुलिस पर आरोपियों ने फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए आरोपियों को फायरिंग से जवाब दिया. इस दौरान पंजाब के रहने वाले जश्नप्रीत सिंह, गुरविंदर सिंह और वीरेंद्र सिंह मुठभेड़ में मारे गए थे.


मुठभेड़ के बाद पंजाब से भाग कर आए तीनों आतंकियों के खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के एक्टिव मेंबर होने की जानकारी मिली. पुलिस ने आरोपियों का बैकग्राउंड चेक करना शुरू किया तो पता लगा कि आरोपियों को पूरनपुर के एक होटल में ही ठहरने की व्यवस्था इंग्लैंड में बैठे सिद्धू नाम के आरोपी ने की थी. सिद्धू ने पीलीभीत के रहने वाले जसपाल सिंह सनी को आरोपियों की मदद के लिए भेजा था. इसके साथ ही सिद्धू ने फर्जी आधार कार्ड की भी व्यवस्था की थी.

इसे भी पढ़ें -पीलीभीत में 3 आतंकवादी मुठभेड़ में ढेर; यूपी STF और पंजाब पुलिस के ऑपरेशन में मिली सफलता - TERRORISTS KILLED IN PILIBHIT

10 लाख का इनामी है कुलबीर सिंह सिद्धू :हरियाणा में हिंदूवादी नेता की हत्या की साजिश रचने वाला कुलबीर सिंह सिद्धू एनआईए का 10 लाख का इनामी आतंकी है. बताया जाता है कि सिद्धू कोरोना काल में हरियाणा से भाग कर पूरनपुर कस्बे में गया था. यहां मार्बल की दुकान पर काम करने वाले एक युवक से सिद्धू की मुलाकात हुई थी. इसके बाद सिद्धू ने कस्बे में ही एक किराए के कमरे में रहना शुरू किया और 5 महीने तक समय बिताया. इस दौरान सिद्धू की मुलाकात जूस शॉप का संचालन करने वाले एक दुकानदार से हुई. इसके बाद सिद्धू ने एक पार्टनर की मदद से इल्ट केंद्र खोलकर लोगों को विदेश भेजने का काम शुरू किया.

क्षेत्र में चर्चा है कि सिद्धू ने फर्जी पते पर कई पासपोर्ट जारी कर लोगों को विदेश भेजा. इसकी शिकायत स्थानीय प्रधान ने बीते समय पुलिस से की थी. लेकिन, पुलिस पूरे मामले में सिर्फ पासपोर्ट निरस्त करने की ही कार्रवाई करके ठंडे बस्ते में चली गई. फिलहाल, पुलिस अब सिद्धू के एंगल पर जांच कर रही है. सिद्धू के करीबियों को हिरासत में लेकर पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है.

इसके साथ ही सिद्धू के घर पर भी एक पुलिस टीम भेजने की तैयारी पीलीभीत पुलिस द्वारा की जा रही है. हालांकि आधिकारिक तौर पर अधिकारी कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं. अधिकारियों का कहना है कि आतंकियों के मदद करने वाले सिद्धू पर रंगदारी मांगने का आरोप लगा था. इस पर मुकदमा दर्ज किया गया है.

यह भी पढ़ें -WATCH: संभल में खुदाई के दौरान रानी की बावड़ी में उतरा शख्स, कर दिया शंखनाद - SAMBHAL NEWS

ABOUT THE AUTHOR

...view details