हमीरपुर : यूपी में लोकसभा चुनाव के नतीजे चौंकाने वाले रहे. लगातार अपनी जीत का दावा करने वाले कई प्रत्याशियों को हार का मुंह देखना पड़ा. भाजपा के 400 पार के नारे ने यूपी में दम तोड़ दिया. सपा दूसरी सबसे बड़ी मजबूत पार्टी बनकर उभरी. इसकी वजह से भाजपा को 33 सीटों से ही संतोष करना पड़ा. पिछली बार के चुनाव में पार्टी को 62 सीटों पर जीत मिली थी. सपा ने 37 सीटों पर जीत हासिल की. वहीं कांग्रेस ने भी वापसी करते हुए 6 सीटों पर कब्जा जमाया. सूबे में कई मुकाबले नजदीकी रहे. इन सीटों पर प्रत्याशियों ने बेहद कम वोटों से जीत हासिल की. वहीं कई सीटों पर प्रत्याशियों ने बड़े वोटों के अंतर से जीत हासिल की.
हमीरपुर लोकसभा सीट पर कांटे के मुकाबले में आखिरकार भाजपा प्रत्याशी कुंवर पुष्पेंद्र सिंह चंदेल को शिकस्त का मुंह देखना पड़ा. गठबंधन के सपा प्रत्याशी अजेंद्र लोधी ने उन्हें करीबी मुकाबले में 2629 वोटों के अंतर से हरा दिया. कम वोटों से मिली हार से भाजपाई खेमा शोक में डूब गया. बसपा प्रत्याशी एक लाख वोटों का आंकड़ा भी नहीं छू पाए, लेकिन उन्होंने सबसे ज्यादा नुकसान भाजपा को ही पहुंचाया. भाजपा की मांग पर सदर विधानसभा के 20 बूथों की रीकाउंटिंग भी हुई. फिर भी नतीजा सपा के पक्ष में ही आया.
अजेंद्र सिंह लोधी ने सबस कम वोटों से हासिल की जीत :लोकसभा चुनाव के इतिहास में सपा गठबंधन के प्रत्याशी अजेंद्र सिंह लोधी को मिली जीत अब तक कि सबसे कम वोटों से हुई जीत में शामिल हो गई है. रोचक मुकाबले में अजेंद्र ने भाजपा से लगातार दो बार से सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल को हराकर सीट अपने नाम कर ली. पुष्पेंद्र को सबसे ज्यादा वोट हमीरपुर और राठ विधानसभा से मिला. चरखारी के मूल निवासी होने की वजह से वहां की भी जनता ने उन्हें निराश नहीं किया. महोबा और तिंदवारी विधानसभा में सपा कुछ कमजोर रही, मगर हमीरपुर, राठ और चरखारी ने महोबा-तिंदवारी से मिल रही भाजपा की बड़ी लीड को हावी नहीं होने दिया.
33वें राउंड में शाम करीब सात बजे वोटों की गिनती पूरी हो चुकी थी. ईवीएम एवं पोस्टल बैलेट मत मिलाकर सपा को 490683 वोट प्राप्त हुए. भाजपा को 488054 वोट मिले. बसपा को महज 94696 मत मिले और वह तीसरे स्थान पर रही. अजेंद्र सिंह लोधी ने भाजपा के निवर्तमान सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल को कड़े मुकाबले में 2629 मतों से पराजित कर दिया. बसपा के निर्दोष दीक्षित तीसरे स्थान पर रहे है. निर्दोष को मिले वोटों से भी भाजपा को नुकसान पहुंचा.