कानपुर : कानपुर पुलिस इन दिनों सुर्खियों में है. बिल्हौर थाने में तैनात 2 सिपाहियों को घूसखोरी के मामले में डीसीपी वेस्ट ने जांच के बाद निलंबित कर दिया था. इसी कड़ी में अब गुरुवार को घाटमपुर थाने के पतारा कस्बे में जमीन से जुड़े विवाद में बिना जांच के ही रिश्वत लेकर एक पक्ष के 8 लोगों को जेल भेजने के मामले में 8 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है. इसके साथ ही इस मामले में इंस्पेक्टर घाटमपुर और एडिशनल इंस्पेक्टर के खिलाफ भी जांच शुरू करा दी गई है.
घाटमपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत पतरा निवासी राम लखन तिवारी ने बताया कि रायपुर रोड पर स्थित उनके प्लॉट पर 24 जुलाई को केवड़िया के रहने वाले ओम प्रकाश यादव निर्माण कार्य करा रहे थे. इस बात की सूचना जैसे ही उन्हें मिली तो वह प्लॉट पर पहुंच गए. कई लोग लाठी-डंडे लिए खड़े हुए थे. उन्होंने गाली-गलौज के साथ धमकाया भी. कहा कि अगर प्लाट चाहिए तो 10 लाख रुपए दे दो नहीं तो जमीन को भूल जाओ. इस पूरे मामले की शिकायत पतारा पुलिस चौकी में दर्ज कराई गई.
इसके बाद घाटमपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. बिना जांच के ही ओमप्रकाश, अजीत, सतीश, राहुल सिंह, पवन, निखिल कुशवाह, परशुराम, संजीव कुशवाहा को गिरफ्तार कर अवैध वसूली की धारा में जेल भेज दिया. मामले में जेल गए पक्ष ने डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार से मिलकर उन्हें इस मामले की जानकारी दी. आरोप लगाया कि पुलिस ने पहले उनसे 10 हजार लिए और फिर दूसरे पक्ष से 70 हजार वसूले.