फर्रुखाबाद में बाढ़ से हालात बेहद खराब. (video credit: etv bharat) फर्रुखाबादःयूपी में इन दिनों कई जिलों में बाढ़ का प्रकोप दिख रहा है. ऐसे में जिले के आसपास के 40 गांव भी बाढ़ से जूझ रहे हैं. यहां बाढ़ का पानी घुस चुका है. ऐसे में यहां रहने वाले ग्रामीणों के घर स्वीमिंग पूल, गलियां तलैय्या और सड़कें झील में तब्दील हो चुकी हैं. ऐसे में ग्रामीणों को बदतर हालातों से जूझना पड़ रहा है. ऐसे में ईटीवी भारत की टीम इन बाढ़ प्रभावित गांव में पहुंची.
फर्रुखाबाद में बाढ़ का नजारा. (photo credit: etv bharat) पानी बढ़ने से समस्या बढ़ींःबाढ़ प्रभावित क्षेत्र ब्लॉक राजेपुर तटवर्ती गांव के पंकज ने बताया कि गंगा में जल स्तर बढ़ने से ग्रामीणों की समस्याएं बढ़ने लगी हैं. मुख्य मार्गो से लेकर गांव की गलियों तक में पानी भर गया है. सैकड़ो बीघा फसल भी पानी से खराब हो गई है. इसका अभी तक सर्वे नहीं हुआ है और ना ही कुछ मुआवजा मिला. ये गांव आए चपेट मेंःराजेपुर ब्लॉक के तटवर्ती गांव सुंदरपुर,कछुआ गाढ़ा, सैदापुर, पट्टी भरखा, चित्रकूट, अंबरपुर, तीस राम की मडैया, बंगला, नगला दुर्गु, आशा की मड़ैया,उदयपुर कंचनपुर, गौटिया,बमियारी, लायकपुर,रामपुर जोगराजपुर, जगतपुर, फखरपुर, माखनपुर नगला, करनपुर घाट,कुडरी सारंगपुर और मंझा की मड़ैया और अहमदपुर गढ़िया आदि गांव में पानी भर गया है. वहीं शमशाबाद ब्लॉक के गांव अज़ीज़ाबाद, आलमपुर, चंपतपुर, कटरी तौफीक, रम्पुरा व जटपुरा जाने वाले मार्गों पर पानी बहने लगा है. भगवानपुर नगला बसोला, बांसखेड़ा व समेचीपुर चितार आदि गांव में भी यही समस्या है. करीब 40 गांव बाढ़ की समस्या से जूझ रहे हैं. बाढ़ से तहसील सदर क्षेत्र में भी सैकड़ो एकड़ भूमि जलमग्न है. खेतों में मवेशी का चारा पीला पड़ गया. गोभी की फसल भी बर्बाद हो गई. धान व एक की फसल में भी नुकसान की आशंका बनने लगी है. गांव कटरी शिकारपुर,पंखियन नगला आदि गांव में बाढ़ आने आशंका है.
घर में निकल रहे सांप-बिच्छूः ग्रामीणों के मुताबिक कीड़े मकोड़े के साथ जहरीले सांप बिच्छू जीव जंतु घर में निकल रहे हैं. सभी को रहने के लिए छतों पर खाना बनाकर वही सोने की व्यवस्था करनी पड़ती है. खेतों में घरों में पानी घुसने से लघुशंका की भी दिक्कतें आ रही हैं. मवेशियों के लिए चारे की समस्या हो गई है. घर की बत्ती नहीं आ रही है. दिक्कतें बढ़ गईं हैं.
डीएम क्या बोलेः जिलाधिकारी डॉ. वीके. सिंह ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया. बताया कि अनुमान है कि 48 घंटे पश्चात गंगा नदी का जलस्तर बढ़ेगा. बाढ़ प्रभावितों को राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है. दवाएं भी बांटी जा रही हैं. सभी बीडीओ अपने क्षेत्र की व्यवस्था में जिम्मेदार होंगे. गंगा का जलस्तर बढ़ने पर सभी अधिकारी सचेत रहकर कार्य करें. जिलाधिकारी और एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बाढ़ ग्रसित इलाकों का भ्रमण किया और बाढ़ प्रभावित को राहत सामग्री वितरण किया.
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