प्रयागराज : यूपी बोर्ड की 10वीं 12वीं की बोर्ड परीक्षा शनिवार को समाप्त हो गईं. इस बार 55 लाख 25 हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों ने पंजीकरण करवाया था. जिसमें तीन लाख 24 हजार 308 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी. इस बार नकल करते हुए 48 अभ्यर्थी पकड़े गए और दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने वाले 37 फर्जी अभ्यर्थी भी पकड़े गए. खास बात यह है कि लगातार दूसरी बार यूपी बोर्ड को किसी विषय की पुनर्परीक्षा नहीं करवानी पड़ेगी. साथ ही सामूहिक नकल का भी मामला सामने नहीं आया. बहरहाल अब यूपी बोर्ड कॉपियों को जांचने के साथ परीक्षा परिणाम घोषित करवाने की तैयारी में जुट गया है.
बोर्ड की सख्ती से पूरे प्रदेश में कहीं पर नहीं हुई सामूहिक नकल :यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की सत्र 2024 की परीक्षा शनिवार को पूरी हो गई. 22 फरवरी से शुरू होकर यह परीक्षा 9 मार्च को सम्पन्न हुई. एशिया के सबसे बड़े बोर्ड कहे जाने वाले यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 12 कार्य दिवसों में सम्पन्न करवायी गई है. इस पूरी परीक्षा के दौरान स्ट्रांग रूम से लेकर परीक्षा केंद्र के कक्ष तक की निगरानी सीसीटीवी कैमरे से की गई. साथ ही यूपी बोर्ड मुख्यालय में पहली बार बनाए गए कंट्रोल रूम के अंदर से बोर्ड की पूरी परीक्षा की निगरानी की गई. यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकान्त शुक्ला ने बताया कि आगरा ने परीक्षा केंद्र के अंदर से पेपर को व्हाट्सएप पर वॉयरल करने वाले कॉलेज की मान्यता निरस्त करने के साथ ही दोषियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवाकर एक नजीर पेश की गई है.
यूपी बोर्ड के सचिव ने बताया कि परीक्षा केन्द्रों एवं स्ट्रांग रूम की 24 घंटे सातों दिन ऑनलाइन निगरानी की गई है. प्रदेश में 8 हजार 265 परीक्षा केन्द्रों पर 1 लाख 35 हजार कक्षाओं और कैम्पस में कुल 2 लाख 90 हजार वायस रिकार्डर वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे. साथ ही पहली बार यूपी बोर्ड के मुख्यालय तथा पांच क्षेत्रीय कार्यालयों में कमांड एंड कंट्रोल सेंटर बनाया गया था. जहां से 24 घंटे सातों दिन लगातार निगरानी की जा रही थी. यूपी बोर्ड की तरफ से पहली बार बनाए गए कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से परीक्षा केंद्रों में बनाए गए स्ट्रांग रूम में रखे प्रश्नपत्रों की लगातार निगरानी बोर्ड के मुख्यालय और क्षेत्रीय कार्यालयों से की जा रही थी. जिसका नतीजा हुआ कि बोर्ड का पूरा पेपर शांतिपूर्ण तरीके से बगैर नकल और पेपर आउट हुए पूरी परीक्षा सम्पन्न हो गई. यूपी बोर्ड मुख्यालय और क्षेत्रीय कार्यालयों के कमांड एंड कंट्रोल सेन्टर से परीक्षा के दौरान निगरानी में परीक्षा कक्षों में संदिग्ध गतिविधियां देखने पर कुल 21 सेंटर को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा गया है.