उज्जैन। महाकाल की नगरी में पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ साधु-संतों ने मोर्चा खोल दिया है. बुधवार को मंगलनाथ रोड पर साधु संत और पुजारी समाज के लोगों ने पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इसके लिए धर्म संसद बुलाई गई और यहां पहुंचे साधु संंतों ने प्रदीप मिश्रा को लेकर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी. साधु संतों ने कहा कि यदि 7 दिन के अंदर उन्होंने माफी नहीं मांगी तो उन्हें उज्जैन में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा.
पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ जबरदस्त विरोध
सनातन धर्म के खिलाफ बोलने को लेकर उज्जैन के साधु संत पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ खड़े हो गए हैं. जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. संतों ने बुधवार को धर्म संसद बुलाकर प्रदीप मिश्रा के राधा रानी और तुलसीदासजी को लेकर दिए बयान पर घोर विरोध जताया और उनसे माफी मांगने की मांग की.
बरसाना जाकर नाक रगड़कर मांगे माफी प्रदीप मिश्रा
निर्मोही अखाड़ा के संत महेन्द्र भगवान दास का कहना है कि प्रदीप मिश्रा संत नहीं पंडित हैं इसके बावजूद ऐसे बयान दे रहे हैं. हम सभी ब्रज के साधु संतों के साथ हैं और उन्होंने प्रदीप मिश्रा से 7 दिन में माफी मांगने की मांग की है. हम भी यही चाहते हैं कि वे ब्रज जाकर राधा रानी से माफी मांगे. यदि उन्होंने ऐसा नहीं किया तो उन्हें उज्जैन में उनको कथा नहीं करने दी जाएगी. उन्होंने प्रदीप मिश्रा के तुलसीदास को गंवार कहने पर भी सवाल उठाया कि एक सनातनी ऐसे कैसे बोल सकता है.
सांदीपनि आश्रम के मुख्य पुजारी रूपम व्यास का कहना है कि तथाकथित संत प्रदीप मिश्रा को ब्रज जाकर राधा रानी से नाक रगड़कर माफी मांगना चाहिए. यदि ऐसा नहीं करते हैं तो उनका पुरजोर विरोध होगा और उन्हें उज्जैन में घुसने नहीं दिया जाएगा.
प्रदीप मिश्रा की संपत्ति की जांच की मांग
रामदल अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रामेश्वर दास ने मंच से मांग की उनकी संपत्ति की जांच की जाए. कुछ दिनों में करोड़ों की संपत्ति कहां से आई. आय से ज्यादा संपत्ति होने पर राजसात होना चाहिए और इनकम टैक्स वसूलना चाहिए. इस तरह की अनर्गल बातें करेंगे तो उनका विरोध हमेशा होगा.