उज्जैन:उत्तर प्रदेश में कावंड यात्रा के मार्गों पर सभी दुकानदारों को दुकानों पर अपना नाम लिखने के आदेश को सख्ती से पालन कराने के बाद अब एमपी के उज्जैन में भी प्रशासन कुछ इसी तरह के एक्शन में आ गया है. उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी और महामंडलेश्वर की मांग के बाद उज्जैन महापौर ने सभी दुकानदारों को अपनी दुकान के सामने नाम लिखने के एक साल पुराने आदेश का सख्ती से पालन करने को कहा है. आदेश का पालन नहीं करने वाले दुकानदारों, होटल मालिकों को खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है. अगर दुकान पर नाम नहीं लिखा तो 5,000 रुपये का जुर्माना वसूला जाएगा.
हिन्दू संस्कृति में सावन का महिना पवित्र माना जाता है
सावन का महीना शुरू होने जा रहा है. ऐसे में उज्जैन के महाकालेश्वर में भगवान महाकाल का दर्शन करने लाखों श्रद्धालु आएंगे. हिन्दू संस्कृति में सावन का महिना पवित्र माना जाता है. इस महीने में हिन्दू धर्म में आस्था रखने वाले भक्त भगवान शिव की पूजा अर्चना करते हैं. उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी और महामंडलेश्वर ने प्रशासन से मांग की थी कि सावन में श्रद्धालुओं के महाकाल के दर्शन यात्रा को देखते हुए उज्जैन की सभी दुकानदारों को अपनी दुकान पर अपने नाम का बोर्ड लगा देना चाहिए, जिससे दुकान किसकी है इसका पता चल सके. श्रद्धालु रास्ते में खाने पीने के लिए रुकते हैं जिससे उनकी आस्था के साथ खिलवाड़ ना हो क्योंकि महाकाल के रास्त में अधिकतर मुस्लिम समाज के लोगों की दुकाने हैं.
एक साल पहले ही जारी हुआ था आदेश
उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी और महामंडलेश्वर की मांगों को ध्यान में रखते हुए उज्जैन के महापौर मुकेश टटवाल ने एक साल पहले दिए आदेश को तुरंत सभी होटल संचालकों को सख्ती से पालन करने का निर्देश जारी कर दिया. सभी होटल संचालकों को अपना नाम और प्रोपराइटर का नाम लिखना अनिवार्य हो गया है. उज्जैन महापौर मुकेश टटवाल ने कहा है कि, ''आदेश का पालन नहीं करने वाले कुछ होटल संचालकों के खिलाफ हमने एफआईआर दर्ज कराई है. सभी होटल संचालकों की बैठक लेकर हमने उनको इसके बारे में पहले ही बता दिया था. उन्हें इसके लिए काफी समय भी दिया जा चुका है लेकिन अगर होटल संचालक इसके बाद भी आदेश नहीं मानते हैं तो हमें उनके होटल को बंद करना पडे़गा.''