उज्जैन: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सोमवार को उज्जैन दौरे पर पहुंचे. इस मौके पर उन्होंने बताया "उज्जैन में 2028 में होने वाले महाकुंभ की तैयारियां जारी हैं. शिप्रा नदी को सतत प्रवाहमान बनाए रखने के लिए योजना बनाई गई है. दो साल बाद शिप्रा का जल निर्मल होगा. शिप्रा में 24 घंटे पर्याप्त पानी रहेगा. ये पानी भी लगातार बहता रहेगा." बता दें कि उज्जैन के कुंभ को लेकर सरकार ने शिप्रा को साफ और प्रवाहमान बनाने के लिए बड़ी योजना तैयार की है. सेवरखेड़ी-सिलारखेड़ी परियोजना पूरी होने के बाद शिप्रा की अलग तस्वीर देखने को मिलेगी.
उज्जैन में महाकुंभ से पहले कलकल बहेगी शिप्रा, इस परियोजना पर काम शुरू - UJJAIN MAHAKUMBH PROJECT
उज्जैन में मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने सेवरखेड़ी-सिलारखेड़ी परियोजना का किया भूमिपूजन.
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team
Published : Jan 13, 2025, 1:26 PM IST
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सेवरखेड़ी-सिलारखेड़ी परियोजना का भूमिपूजन किया. इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य शिप्रा नदी को प्रवाहमान बनाना और उज्जैन व आसपास के गांवों में सिंचाई व पेयजल की समस्या का समाधान करना है. जल संसाधन विभाग इस परियोजना पर 614 करोड़ रुपए खर्च करेगा. परियोजना के तहत सिलारखेड़ी तालाब की ऊंचाई बढ़ाकर इसकी जल संग्रहण क्षमता में वृद्धि की जाएगी. 6.5 किमी लंबी पाइपलाइन के माध्यम से पानी को शिप्रा नदी तक ले जाया जाएगा. खास बात ये है कि इस परियोजना से 65 गांवों की 18,000 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई संभव होगी. साथ ही उज्जैन को पेयजल आपूर्ति भी सुनिश्चित होगी. यह परियोजना मई 2027 तक पूरी होगी.
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उज्जैन में राम-हनुमान मंदिर पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
मुख्यमंत्री ने फ्रीगंज स्थित राम-हनुमान मंदिर में दर्शन कर प्रदेश के विकास के लिए आशीर्वाद प्राप्त किया. डॉ. यादव ने मीडिया से बातचीत के दौरान मकर संक्रांति के अवसर पर प्रदेश में विकास के लिए नए वातावरण के निर्माण की बात कही. बता दें कि मुख्यमंत्री सुबह 11 बजे ग्राम रत्नाखेड़ी में हेलिकॉप्टर से पहुंचे. कपिला गौशाला का निरीक्षण किया. दोपहर 1 बजे सदावल हेलीपैड से दत्त अखाड़ा घाट पहुंचे. यहां मां शिप्रा का पूजन किया. इसके बाद सेवरखेड़ी-सिलारखेड़ी परियोजना का भूमिपूजन किया.