उदयपुर कलेक्टर अरविंद पोसवाल (ETV Bharat Udaipur) उदयपुर:राजस्थान की उदयपुर में दो छात्रों के बीच चाकूबाजी की घटना ने उदयपुर में ऐसा बवाल खड़ा किया कि पूरे उदयपुर को झकझोर कर रख दिया. इस घटना के बाद जहां घायल युवक का उदयपुर के एमबी अस्पताल में इलाज चल रहा है. तो वहीं, आरोपी युवक को न्यायालय ने बाल सुधार गृह भेज दिया है. जहां पुलिस द्वारा उससे पूछताछ की जा रही है. वहीं पुलिस ने युवक के पिता को भी गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी युवक से पूछताछ में युवक ने कई खुलासे भी किए हैं जिसमें सामने आए कि युवक ने दूसरे छात्र पर पर चाकू से हमले करने की योजना बनाई थी.
400 की चाकू से किया था हमला : पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी युवक ने घायल युवक पर इस बात को लेकर हमला कर दिया कि उसने होमवर्क कॉपी नहीं दी. इस बात को लेकर दोनों में काफी कहा सुनी भी हुई इससे पहले भी दोनों के बीच क्लास में झगड़ा देखने को मिला था. हालांकि इसके बाद मामला शांत हो गया लेकिन आरोपी युवक ने लंच के दौरान अपने स्कूटी में चाकू रख लिया और जैसे ही लंच हुआ उसके बाद युवक ने बाहर आते ही युवक पर हमला कर दिया. जिसमें उसे गंभीर चोट लगने के बाद एमबी अस्पताल में भर्ती कराया गया. इसके बाद आरोपी युवक अपनी स्कूटी से फरार हो गया. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी युवक ने कपासन चित्तौड़गढ़ से एक मेले के दौरान 400 में एक चाकू खरीदा था.
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होमवर्क को लेकर हुआ था झगड़ा : हालांकि इससे पहले उदयपुर जिला कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने भी बताया था कि अब तक पूछताछ में सामने है कि क्लास में होमवर्क को लेकर दोनों बच्चों के बीच लड़ाई हुई थी. इसके अलावा दोनों ने एक-दूसरे के परिवार को लेकर टीका टिप्पणी की थी. इस दौरान लंच ब्रेक में जब दोनों बाहर आए तो आरोपी युवक ने उस पर चाकू से हमला कर दिया. हमले में चोट ज्यादा लगने से उसका काफी ब्लड निकल गया उसे एमबी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसका इलाज चल रहा है.
दूसरी और घटना से पर्यटन पर पड़ा असर : देश दुनिया में जिलों की नगरी उदयपुर के नाम से विख्यात उदयपुर को एक बार फिर एक घटना ने झकझोर कर रख दिया है. 28 जून 2022 के दिन इससे पहले बहुचर्चित कन्हैयालाल कांड में उदयपुर को ऐसा गहरा सदमा दिया कि उससे उबर पाना मुश्किल था, लेकिन उदयपुर फिर से पटरी पर लौट आया. इससे ठीक 26 महीने बाद उदयपुर में फिर दो छात्रों के बीच ऐसा बवाल हुआ कि उदयपुर में प्रशासन को धारा 144 लगानी पड़ी . इंटरनेट बंद करना पड़ा इतना ही नहीं कई जगह पर आगजनी और तोड़फोड़ की घटना के साथ बाजारों को बंद कराया गया.
उदयपुर जिला प्रशासन की मुस्तैदी के कारण फिलहाल उदयपुर के बाजार खुलने लगे हैं लेकिन अभी भी लोगों में डर का साया है. तो वहीं दूसरी तरफ देश दुनिया से घूमने वाले पर्यटक अब को भी अब चिंता सताने लगी है. उदयपुर के होटल एसोसिएशन का इस घटना के बाद दावा है कि दो दिन में 200 से ज्यादा रूम खाली हो गए. वही टूरिस्ट पर्यटन विभाग से पूछ रहे हैं कि यहां रुकना सेफ है या नहीं, वही विभाग की ओर से गाइडलाइन भी जारी की गई है.