औरंगाबाद : बिहार के औरंगाबाद में हादसा हो गया है. जीटी रोड पर मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बभंडी गांव के समीप बटाने नदी के पुल पर अज्ञात वाहन से टकराकर बाइक सवार 2 युवकों की मौत हो गई है. मृत युवकों की पहचान रोहतास जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के बलिगांव निवासी वीरेंद्र चौधरी के 32 वर्षीय पुत्र सत्येंद्र चौधरी व दूसरे की पहचान उसी गांव के एक युवक के रूप में हुई है. घटना शनिवार की दोपहर की है.
हादसा या हत्या? :मृतक सत्येंद्र चौधरी के परिजनों ने बताया कि 3 साल पहले उसके बड़े भाई की हत्या हुई थी. वह सीआरपीएफ में कार्यरत था. जिसकी पैरवी के लिए वह औरंगाबाद वकील के पास आया था. यहां से वापस सासाराम लौट रहा था. युवक की मृत्यु की खबर पाकर पहुंचे परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
''वर्ष 2021 में मेरे पति के बड़े भाई जो सीआरपीएफ में थे, उनकी हत्या कर दी गयी थी. आरोपितों को आजीवन कारावास हुई है. जिसके बाद सजायाफ्ता अपराधियों ने पटना हाई कोर्ट में अपील की थी. इसी केस को देखने के लिए वे लोग औरंगाबाद में एक वकील से मिलने गए थे. गांव से ही कुछ लोगों द्वारा पीछा किया जा रहा था. मौका देखते ही वाहन दुर्घटना कराकर हत्या कर दी गई.''- रीना देवी, मृतक सत्येंद्र की पत्नी
क्या है पूरा मामला ? : सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों ने बताया कि, सत्येंद्र अपने गांव के ही एक युवक के साथ बाइक पर सवार होकर औरंगाबाद शहर स्थित एक वकील के घर कुछ कागजात पहुंचाने आया था. मृतक का ससुराल कुटुंबा थाना क्षेत्र के चिंतावन बिगहा गांव में है. वकील को कागज सौंपने के बाद दोनों एक ही बाइक पर सवार होकर वापस घर लौट रहे थे. जैसे ही मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बभंडीह गांव स्थित बटाने नदी पुल पर पहुंचे तभी अज्ञात वाहन दोनों को रौंदते हुए निकल गया.
शव का पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंपा गया : घटना के बाद घटनास्थल पर स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई. कुछ लोगों ने घटना की सूचना मुफस्सिल थाना की पुलिस व राष्ट्रीय राजमार्ग की टीम को दी. सूचना पर मुफस्सिल थाना के एएसआई दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और दोनों को सदर हॉस्पिटल भिजवाया. मृतक सत्येंद्र के जेब से मोबाइल फोन मिलने के बाद कुछ लोगों ने घटना की सूचना परिजनों को दी. सूचना पर परिजन सदर अस्पताल पहुंचे और शव से लिपटकर रोने लगे. इधर मुफस्सिल थाना की पुलिस जरूरी पूछताछ के उपरांत शव का पोस्टमार्टम कराया और परिजनों को सौंप दिया.