सरगुजा : छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस बाबा ने मंगलवार को रक्षाबंधन का पर्व मनाया. टीएस बाबा को उनकी 400 बहनों में राखी बांधी है. बाबा की इन बहनों के राखी बांधने का सिलसिला पिछले 10 साल से यूं ही चला आ रहा है. हर साल रक्षाबंधन के पर्व के आसपास किसी भी दिन ये बहनें बड़ी संख्या में टीएस बाबा के घर पहुंचती हैं और उनकी कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर अपनी सुरक्षा का वादा लेती हैं.
हर साल राखी बंधवाते हैं टीएस बाबा :टीएस सिंहदेव भी परंपरा को पूरी मान्यताओं के साथ निभाते हैं. इसलिए वो इस दिन सभी के लिए जलपान की व्यवस्था के साथ सभी बहनों को रक्षाबंधन का उपहार भी भेंट करते हैं. इस बार सिंहदेव ने अपनी बहनों को ट्रेवलिंग बैग भेंट किया है. हालांकि बहनों का कहना है कि उनका साथ और आशीर्वाद ही उनके लिये सबसे बड़ा उपहार है.
बहनों ने टीएस सिंहदेव का लिया आशीर्वाद :इस अवसर पर बहन गीता रजक ने कहा कि " बाबा का संरक्षण शुरू से हम लोगों को मिलता है. जब से हम लोगों की नियुक्ति हुई है तब से हम लोग उनको राखी बांधते हैं. वो हमेशा हमारी समस्याओं का ध्यान रखते हैं. जब उनकी सरकार बनी तो हम लोगो को 2200 रुपए का मानदेय उन्होंने दिलाया. उनका आशीर्वाद ही हमारे लिये सबसे बड़ा उपहार है. हालांकि उन्होंने हम सबको बैग गिफ़्ट किया है."
टीएस बाबा ने मनाया रक्षाबंधन, 400 बहनों ने बांधी राखी, 10 साल से चल रहा सिलसिला - TS Baba - TS BABA
TS Baba celebrated Rakshabandhan छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम ने रक्षाबंधन का पर्व मनाया.इस दौरान टीएस सिंहदेव को उनकी 400 बहनों ने राखी बांधी.Sisters tied Rakhi to Ex Deputy CM
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Aug 27, 2024, 7:48 PM IST
|Updated : Aug 28, 2024, 2:56 PM IST
'' मितानिन बहने हैं. करीब 10 साल हो गए होंगे रक्षाबंधन के अवसर पर हम सब साथ बैठते हैं.भाई बहन प्रेम के बंधन में बंधते हैं. जीवन की एक ऐसी परंपरा मैं सौभाग्यशाली हूं कि इसे निभा पाता हूं. रक्षाबंधन के दिन मैं कही भी रहूं मितानिन बहनों को जरूर याद करता हूं. उस दिन सब व्यस्त रहते हैं फिर बाद में जब भी अवसर मिलता है हम साथ बैठते हैं और इस परंपरा को निभाते हैं" - टीएस सिंहदेव, पूर्व डिप्टी सीएम
मितानिनों को बहन मानते हैं टीएस सिंहदेव :आपको बता दें कि टीएस सिंहदेव आशा कार्यकर्ताओं यानी मितानिनों को अपनी बहन मानते हैं. वो हमेशा इनसे जुड़े रहते हैं. मितानिनों ने भी उनको अपना भाई मान लिया है. भाई बहन के प्रेम के प्रतीक के त्योहार रक्षाबंधन में ये बहने उन्हें राखी बांधती हैं. इसलिए सिंहदेव ने निवास स्थान में करीब 400 मितानिन पहुंची और बाबा को राखी बांधी.