नई दिल्ली:राजधानी में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल गए हुए डेढ़ महीने से ज्यादा का समय बीत गया है. इतने अधिक समय तक मुख्यमंत्री के जेल में रहने से विभागों के कामकाज पर भी असर दिखने लगा है. दिल्ली की स्वास्थ्य सुविधाओं की बात करें, तो इसमें मोहल्ला क्लीनिक को एक अहम कड़ी माना जाता है, जिसके जरिए लोगों को अपने घर के नजदीक ही कई बीमारी का इलाज मिल जाता है. लेकिन मौजूदा समय में मोहल्ला क्लीनिकों में होने वाले टेस्ट और कुछ दवाइयों की कमी की बात सामने आ रही है.
इस दौरान अपने बेटे के इलाज के लिए आई शशि ने बताया कि उनके बेटे को दर्द, उल्टी और चक्कर आने समस्याएं थी. डॉक्टर ने उसे सिरदर्द और उल्टी की दवा दी, हालांकि ओआरएस घोल के बताया कि वह खत्म हो गई है. वहीं लूज मोशन और पेट दर्द से परेशान होकर मोहल्ला क्लीनिक में दिखाने आए सूर्यकांत सिंह ने बताया कि उन्होंने बाहर से कई बार दवाई ली, लेकिन आराम न मिलने पर वे मोहल्ला क्लीनिक आए. डॉक्टर ने पेट दर्द, उल्टी और एसिडिटी की दवाई दे दी, लेकिन बताया कि ओआरएस उपलब्ध नहीं है.
उनके अलावा मोहल्ला क्लीनिक के नजदीक रहने वाले अशोक शर्मा ने बताया कि मोहल्ला क्लीनिक की योजना तो ठीक है. लेकिन, मोहल्ला क्लीनिक के बाहर गंदगी के ढेर लगे रहते हैं. यह काम निगम का है और उन्हें इस तरफ ध्यान देना चाहिए. वहीं एचएस कौशिक ने बताया कि उन्हें अस्थमा की दिक्कत है, लेकिन डॉक्टर ने ठीक से जांच भी नहीं की और दूर बैठकर बातचीत की. मैं दूसरी बार मोहल्ला क्लीनिक में इलाज के लिए आया था, लेकिन यहां इलाज के नाम पर सिर्फ खानापूर्ती होती है.