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परिवहन विभाग के धन कुबेर पूर्व सिपाही का ग्वालियर से भी है कनेक्शन, मंत्री बोले- जांच होगी - RTO EX CONSTABLE SAURABH SHARMA

मध्य प्रदेश सरकार के परिवहन विभाग पूर्व सिपाही सौरभ शर्मा के घर आयकर और लोकायुक्त की कार्रवाई

Transport department Former constable Gwalior connection
परिवहन विभाग के पूर्व सिपाही का ग्वालियर कनेक्शन (Etv Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 21, 2024, 7:18 PM IST

Updated : Dec 21, 2024, 7:33 PM IST

ग्वालियर(पीयूष श्रीवास्तव): मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में परिवहन विभाग के जिस पूर्व सिपाही पर इनकम टैक्स ने कार्रवाई की है उसका ग्वालियर से भी कनेक्शन है. सौरभ शर्मा की पुश्तैनी कोठी ग्वालियर में है जो सूना पड़ा है. अब तक लोकायुक्त या आयकर की कोई टीम यहां नहीं पहुंची है.

राजधानी भोपाल में परिवहन विभाग के पूर्व सिपाही सौरभ शर्मा के घर आयकर और लोकायुक्त की कार्रवाई में करोड़ों का कैश और ज्वेलरी मिला है. उसके बाद जब कार्रवाई तेज हुई वह एक अनजान कार में क़रीब 54 किलो सोना और 10 करोड़ की नक़दी मिलने से हड़कंप मच गया. अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि आरोपी का कनेक्शन ग्वालियर से भी है.

परिवहन विभाग के पूर्व सिपाही का ग्वालियर कनेक्शन (Etv Bharat)

ग्वालियर में है करोड़ों का पुश्तैनी घर

सौरभ शर्मा मूलतः ग्वालियर का रहने वाला है जिसका पुश्तैनी मकान बहोड़ापुर इलाक़े में है. विनय नगर सेक्टर दो में बने इस मकान देखकर ही इसकी कीमत करोड़ों में होने का अंदाज़ा लगाया जा सकता है. विनय नगर ग्वालियर के पॉश इलाकों में से एक है. बताया जा रहा है कि सौरभ शर्मा के पिता डॉक्टर आरके शर्मा जेल विभाग में चिकित्सक के पद पर रह चुके हैं. उनके नाम की तख़्ती अब भी मकान पर लटकी हुई है लेकिन मकान सूना पड़ा है.

ग्वालियर के चेतन के नाम रजिस्टर है भोपाल में जब्त कार

अब तक इस मकान पर आयकर विभाग की टीम छापामारी के लिए नहीं पहुंची है. वहीं गुरुवार-शुक्रवार की दरम्यानी रात भोपाल में गोल्ड और कैश के साथ पकड़ी गई कार भी ग्वालियर की है जो चेतन ग़ौर के नाम पर रजिस्टर है. पड़ताल करने पर पता चला है कि चेतन गौर भी ग्वालियर के लक्कड़ खाना इलाके में रहता था, हालांकि पिछले चार साल से वह भोपाल में ही सेटल था.

सवाल पर उखड़े परिवहन मंत्री

आरोप है कि सौरभ शर्मा परिवहन विभाग के चेक पॉइंट्स पर होने वाली वसूली का पैसा मैनेज करता था. और ये संपत्ति उसने इसी तरह अर्जित की थी. परिवहन विभाग में सामने आए इस घोटाले के बाद ग्वालियर में जब परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से मीडिया ने सवाल पूछा तो पहले वे बिना जवाब दिए आगे बढ़ने लगे. लेकिन जब उनसे कनेक्शन का सवाल उठा तो मंत्री जी भड़क उठे. हालांकि उन्होंने तुरंत बात संभालते हुए कहा "मध्य प्रदेश में किसी भी विभाग में लाखों कर्मचारी हैं और जब कोई घोटाला होता है तो उसकी विधिवत जांच कराई जाती है. इस मामले में अभी जांच होगी इससे उनका कोई लेना देना नहीं है."

Last Updated : Dec 21, 2024, 7:33 PM IST

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