रेवाड़ी: हरियाणा के रेवाड़ी जिले में राजस्थान के सरिस्का जंगल से भटका बाघ (टाइगर) पिछले 4 दिनों से जमकर कोहराम मचा रहा है. रविवार, 21 जनवरी को दोपहर में ही सर्च ऑपरेशन कर रही टीम पर टाइगर ने हमला कर दिया था. दोनों ही वन क्षेत्र के राजस्थान के कर्मचारी थे. पिछले 12 घंटे के अंदर बाध 2 बार कैमरे में कैद हुआ, लेकिन पिंजरे में कैद होने से बाल-बाल बच गया. रेवाड़ी-गुरुग्राम वन विभाग की टीमों के अलावा सरिस्का वन क्षेत्र की स्पेशल टीम बाघ को पकड़ने में जुटी है.
फिर कैमरे में कैद हुआ बाघ: रेवाड़ी जिले में आज (सोमवार, 22 जनवरी) सुबह एक बार फिर टाइगर की लोकेशन गांव भटसाना में ही पाई गई हैं. उसके फुट मार्क के निशान मिलने के बाद वन विभाग की टीमें सरसों के खेत में सर्च कर रही हैं. इसलिए बकायदा ड्रोन की भी मदद ली गई है, जिससे टाइगर की पुख्ता लोकेशन का पता लग सके. सर्च ऑपरेशन के दौरान लोगों की आवाजाही रोकने के लिए पुलिस की भी तैनाती की गई है, जिससे वन विभाग की टीमें बाघ को पकड़ सके. वन विभाग की टीम के अनुसार टाइगर करीब 10 फीट लंबा और 200 किलोग्राम वजनी है.
बाघ को काबू करने का प्रयास जारी: गांव भटसाना में सरसों के खेत में बाघ की लोकेशन पुख्ता मिली है, जिसकी वजह से रेस्क्यू अभियान में रविवार से 2 बुलडोजर भी शामिल कर दी गई है. बुलडोजर में बैठकर राजस्थान सरिस्का टीम के साथ आए डॉक्टर ने ट्रेंकुलाइज करने के लिए सोमवार को भी प्रयास शुरू कर दिए गए हैं. रविवार को बाघ के एक जगह पर बैठने के कारण उसे बेहोशी की हालत में जान कर पिंजरे की गाड़ी को बुलाया गया. लेकिन, टीम को अपनी तरफ आता देख बाघ उठकर फिर से सरसों के खेत में चला गया, जिससे टीम को सफलता नहीं मिल पाई.