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देहरादून फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, फ्लाइट बुकिंग के नाम पर विदेशियों को लगाते थे चूना, 3 आरोपी गिरफ्तार

ऑनलाइन इंटरनेशनल फ्लाइट बुकिंग के नाम पर देश-विदेश में ठगी करने वाले 3 आरोपी गिरफ्तार, अपने अपहरण की झूठी सूचना देने वाले भी अरेस्ट

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : 4 hours ago

DEHRADUN FLIGHT BOOKING FRAUD
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी (फोटो- Police)

देहरादून:ऑनलाइन इंटरनेशनल फ्लाइट बुकिंग के नाम पर देश-विदेश में ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. जिसके तहत अवैध रूप से कॉल सेंटर संचालित कर रहे 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही कॉल सेंटर में काम करने वाले 47 कर्मचारियों को नोटिस देकर पूछताछ की जा रही है. आरोपी अंग्रेजी में अपना नाम रखकर विदेशी नागरिकों से ठगी कर रहे थे.

पुलिस की मानें तो आरोपी अपना नाम और आईपी एड्रेस बदलकर खुद को पीसीएम वर्ल्ड वाइड फ्लाइट लिमिटेड का वरिष्ठ अधिकारी बताकर यूएसए और कनाडा के नागरिकों के साथ स्कैम कर रहे थे. जो अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट बुकिंग के नाम पर लोगों से उनके डेबिट, क्रेडिट और वीजा कार्ड की डिटेल लेते थे. उसके बाद उनके सिस्टमों का एक्सेस लेकर ठगी करते थे.

बता दें कि राजपुर क्षेत्र कैनाल रोड के पास स्थित एक बिल्डिंग के तृतीय तल में अवैध इंटरनेशनल कॉल सेंटर के संचालित होने और कॉल सेंटर के माध्यम से विदेशी लोगों को अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट बुक कराने के नाम से उनसे ठगी करने की सूचना मिली थी. जिस पर एसएसपी अजय सिंह ने एसपी सिटी के नेतृत्व में तीन अलग-अलग पुलिस टीमें गठित कर कार्रवाई करने को कहा.

वहीं, अवैध कॉल सेंटर पर दबिश दी गई तो मौके पर एक बड़े हॉल में करीब 65 केबिन का एक कॉल सेंटर का संचालन होता मिला. जहां पर अलग-अलग कैबिनों में बैठे युवक और युवतियां सिस्टमों के माध्यम से कॉल अटेंड करते पाए गए. जो खुद को अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट बुकिंग कंपनी का प्रतिनिधि बताकर लोगों से फ्लाइट बुकिंग के नाम पर उनके डेबिट और क्रेडिट कार्ड की जानकारी ले रहे थे.

मौके पर पुलिस ने कॉल सेंटर संचालित कर रहे 3 लोगों को हिरासत में लिया. जिनसे पूछताछ में उन्होंने अपना नाम विकास उर्फ फिलिप, मोहम्मद मोनिश उर्फ जॉन और मन्नू यादव उर्फ रोब बताया. तीनों आरोपियों के खिलाफ थाना राजपुर पर मुकदमा दर्ज करते हुए कोर्ट में पेश कर उन्हें जेल भेजा गया.

इस तरह की जाती थी ठगी:पूछताछ में मुख्य आरोपी विकास उर्फ फिलिप ने बताया कि वो कॉल सेंटर का मैनेजर है. उसके दो अन्य साथी फर्जी कॉल सेंटर संचालित करते हैं. जिसमें वे लोग अमेरिका और कनाडा के लोगों को टारगेट करते हैं. कॉल सेंटर का मालिक अपुल मित्तल बताया जा रहा है, जो दिल्ली में बैठता है.

वो विदेश में लोगों से संपर्क कर खुद को पीसीएम वर्ल्ड वाइड फ्लाइट लिमिटेड एजेंसी का अधिकारी बताते थे. उनसे अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट बुकिंग करने के नाम से उनके क्रेडिट, डेबिट और वीजा कार्ड की जानकारी हासिल कर लेते थे. वो कुछ विदेशी नगरों की फ्लाइट तो बुक करते थे, लेकिन ज्यादातर लोगों से पैसा लेकर फ्लाइट बुक नहीं करते थे.

इस तरीके से वो अपने विदेशी ग्राहकों से लाखों रुपए का फ्रॉड करते थे. विदेशी नागरिकों से फ्रॉड करने के लिए उन्होंने अपना अंग्रेजी नाम रखा था. ताकि, उनके विदेशी कस्टमर उन पर किसी भी तरह का शक ना करें. वो अपने नाम के साथ ही अपनी आईपी एड्रेस भी बदल देते थे. ताकि, उन्हें कोई पकड़ ना सके. उनके कंप्यूटर में लेनदेन डॉलर के माध्यम से होता था. अन्य कंप्यूटर में आरोपी कॉल को सिस्टम सॉफ्टवेयर से ऑपरेट करते हैं.

आरोपी विकास उर्फ फिलीप, मोहम्मद मोनिश उर्फ जॉन और मन्नू यादव उर्फ रोब से जब उनकी कंपनी पीसीएस वर्ल्ड वाइड फ्लाइट लिमिटेड के रजिस्ट्रेशन के कागजात मांगे गए तो वो रजिस्ट्रेशन से संबंधित कोई कागजात नहीं दिखा पाए. गूगल में सर्च करने पर कंपनी को क्लोज्ड दिखाया जा रहा है. जिसके बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही कॉल सेंटर में काम करने 47 कर्मचारियों को नोटिस देकर पूछताछ की जा रही है. कॉल सेंटर से 3 मोबाइल, 48 मॉनिटर, 42 माउस, 49 कीबोर्ड, 50 सीपीयू, 44 हेडफोन और 2 वाई फाई राऊटर बरामद किए गए हैं. - प्रमोद कुमार, एसपी सिटी

अपने अपहरण की झूठी सूचना देने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार:अपने अपहरण की झूठी सूचना देकर पुलिस को गुमराह करने वाले 3 आरोपियों को डालनवाला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों ने प्रॉपर्टी विवाद में विपक्षी पार्टी को फंसाने के लिए अपहरण की झूठी कहानी रची थी, लेकिन पुलिस ने सख्ती दिखाई तो उन्होंने सच उगल दिया. अब तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा गया है. आरोपियों का नाम अमित मैगी, विधान विश्नोई और साजिद है.

बीती 17 अक्टूबर को अमित मैगी और उसके दो साथी मेरठ से एक ही कार से आए थे. अमित मैगी का कोई अपहरण नहीं हुआ था. आरोपियों का देहरादून में राजपुर रोड पर प्रॉपर्टी का विवाद चल रहा था. ऐसे में उनको फंसाने के लिए अमित मैगी के अपहरण की झूठी सूचना दी. ताकि, आरोपी विपक्षी पार्टी के खिलाफ मुकदमा कायम हो सके. तीनों आरोपियों को अपहरण की झूठी सूचना देकर पुलिस को गुमराह करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. - मनोज मैनवाल, डालनवाला थाना प्रभारी

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