नई दिल्ली: दिल्ली में इस साल भीषण गर्मी ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं. भीषण गर्मी और हीट वेव के चलते राजधानी में आग की घटनाओं में खूब बढ़ोतरी दर्ज की गई. एक दिन में 200 से ज्यादा छोटी बड़ी आग की घटनाएं देखने को मिलीं, जिनमें बड़ी संख्या में जान-माल का नुकसान भी हुआ. इसके बावजूद दिल्ली सरकार के स्कूल आग की घटनाओं से बचाव करने को लेकर संजीदा नहीं हैं. दिल्ली फायर सर्विस डिपार्टमेंट की तरफ से फायर सेफ्टी इंतजामों के निरीक्षण में तमाम खामियां सामने आई हैं. इसी कड़ी में नियमों की अनदेखी करने पर दिल्ली सरकार का स्पेशल स्कूल (ब्लाइंड स्कूल), सेवा कुटीर की फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट देने की अप्लीकेशन रिजेक्ट कर दी गई है.
दिल्ली सरकार के किंंग्सवे कैंप, जीटीबी नगर में सीनियर सैकेंडरी स्पेशल स्कूल फॉर ब्यॉज विद ब्लाइंडनेस स्कूल, सेवा कुटीर की ओर से दिल्ली फायर सर्विस विभाग से फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट जारी करने की मांग की गई थी. इस परिप्रेक्ष्य में अग्निशमन विभाग के अधिकारियों को ओर से 6 जून, 2024 को निरीक्षण किया गया. स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. जे.एल. शर्मा मौजूदा फायर सेफ्टी इंतजामों और आग से बचाव के लिए उठाए गए कदमों का निरीक्षण करने के दौरान मौजूद रहीं थीं. यह स्कूल ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर पर संचालित होता है. निरीक्षण के दौरान स्कूल में फायर सेफ्टी इंतजामों में खामियां पाई गईं.
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निरीक्षण के दौरान पाया गया कि स्कूल में केवल एक सीढ़ी की चौड़ाई 1.25 मीटर है जबकि इसकी आवश्यकता 1.50 मीटर या अतिरिक्त सीढ़ी 75 मीटर की है. इतना ही नहीं ब्लाइंड स्कूल की बिल्डिंग में अग्निशमन यंत्र (Fire Extinguisher) की व्यवस्था भी नहीं है. इस सबको गंभीरता से लेते हुए दिल्ली फायर सर्विस विभाग के निदेशक अतुल गर्ग की ओर से प्रिंसिपल को जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि इस स्तर पर अग्नि सुरक्षा प्रमाण पत्र देने पर विचार नहीं किया जा सकता है और इसे अस्वीकार कर दिया गया है.
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