बाड़मेर: सीमावर्ती रामसर गांव में मंदिर में पास एक महीने पहले मिले जिंदा बम का शुक्रवार को सेना के बम निरोधक दस्ते ने डिफ्यूज कर दिया. गांव में जिंदा बंद होने की वजह से लोगों के मन में डर बना हुआ था.
रामसर थानाधिकारी अजीत सिंह ने बताया कि एक महीने पहले मंदिर के पीछे जिंदा बम मिला था. इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दी गई और उसके बाद उसे सुरक्षित स्थान पर रखवाया गया. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को आर्मी के मेजर परवेज की टीम और बम निरोधक दस्ते ने इस बम का सुरक्षित स्थान पर निस्तारण किया. इसके बाद स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली.
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रामसर गांव के सरपंच गिरीश खत्री ने बताया कि करीब एक महीने पहले गांव के एक मंदिर के पीछे एक जिंदा बम मिला था. इससे गांव में दहशत का माहौल था. ग्रामीणों को आशंका थी कि कहीं ऐसे जिंदा बम इस इलाके में और कहीं ना हो. हालांकि पुलिस ने जांच के बाद उन्हें भरोसा दिलाया कि ऐसे जिंदा बम और नहीं है. इधर, बम का निस्तारण होने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली. गौरतलब है कि भारत-पाकिस्तान के बीच हुए 1971 की लड़ाई के बाद से कई बार सरहदी इलाकों में बम मिलते आ रहे हैं.