नई दिल्ली:दिल्ली में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए मंगलवार को मुख्यमंत्री आतिशी ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया. उन्होंने घोषणा की कि 99 टीमें अब निजी और सरकारी निर्माण स्थलों का निरीक्षण करेंगी, ताकि धूल नियंत्रण उपायों का अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके. यह कदम ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के पहले चरण के कार्यान्वयन के तहत उठाया गया है, जो प्रदूषण के प्रति दिल्ली सरकार की सक्रियता को दर्शाता है.
उच्च स्तरीय बैठक में हुई चर्चा:दिल्ली सरकार ने GRAP के पहले चरण के कार्यान्वयन की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय बैठक हुई, जिसमें कई प्रमुख विभागों के प्रतिनिधि शामिल थे. बैठक में दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC), लोक निर्माण विभाग (PWD), दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) और राजस्व विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया. मुख्यमंत्री आतिशी ने बैठक के बाद प्रदूषण को लेकर तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया. विशेष रूप से हाल के दिनों में वायु गुणवत्ता में आई गिरावट के मद्देनजर.
धूल नियंत्रण उपायों के लिए निरीक्षण टीमें:आतिशी ने बताया कि DPCC, राजस्व और उद्योग विभाग जैसी विभिन्न टीमों को निजी और सरकारी निर्माण स्थलों का निरीक्षण करने का कार्य सौंपा जाएगा. इन टीमों के रिपोर्टिंग तंत्र के अंतर्गत निष्कर्ष प्रतिदिन 'ग्रीन वॉर रूम' को भेजे जाएंगे, जो शहर में वायु गुणवत्ता नियंत्रण उपायों की निगरानी करेगा. उन्होंने बताया कि दिल्ली नगर निगम (MCD) ने निर्माण और विध्वंस कचरे को दिन के समय साफ करने के लिए 79 टीमें और रात के समय के लिए 75 टीमें तैनात की हैं.
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