लखनऊःकांग्रेस की चौथी लिस्ट में उत्तर प्रदेश के 9 सीटों की घोषणा कर दी गई. लेकिन पार्टी की सबसे हाई प्रोफाइल सीट रायबरेली और अमेठी को लेकर अभी तक सस्पेंस कायम है. केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इन दोनों सीटों पर प्रत्याशियों को लेकर कोई बातचीत ही नहीं हुई है. प्रदेश सिलेक्शन कमेटी ने जन भावनाओं का हवाला देते हुए राहुल और प्रियंका गांधी से लड़ने की अपील की थी. लेकिन अंतिम निर्णय हाईकमान पर छोड़ दिया गया था. उत्तर प्रदेश की जिस दो लोकसभा सीटों पर कांग्रेस को सबसे मजबूत माना जा रहा था. उन्हीं पर प्रत्याशी न घोषित कर कांग्रेस ने सबको चौंका दिया है. सोनिया गांधी ने सक्रिय राजनीति को अलविदा कह कर राज्यसभा चली गई हैं. ऐसे में रायबरेली सीट पर गांधी परिवार से किसी के उम्मीदवार होने की प्रयास लगाए जा रहे हैं.
गठबंधन से गांधी परिवार नहीं लड़ना चाहता रायबरेली व अमेठी:कांग्रेस पार्टी के सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय चुनाव कमेटी की बैठक में गांधी परिवार ने यह साफ किया है कि उत्तर प्रदेश की रायबरेली और अमेठी सीट कांग्रेस अपने दम पर लड़ेगी. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में गांधी परिवार ने साफ किया है कि, उत्तर प्रदेश में मौजूदा समय में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में पार्टी चुनाव लड़ रही है. ऐसे में अगर रायबरेली व अमेठी सीट कांग्रेस गठबंधन में लड़ती है तो न केवल विपक्षी पार्टियों बल्कि समाजवादी पार्टी को भी गांधी परिवार के मदद करने का मौका मिलेगा. जिसका राजनीतिक नुकसान ज्यादा दिख रहा है.