सरगुजा : केंद्र सरकार ने कुपोषण दूर करने के लिए आंगनबाड़ी केंद्र चला रहे है. लेकिन जमीनी स्तर पर इस योजना को भ्रष्टाचार की दीमक ने खोखला कर दिया है. आंगनबाड़ी केंद्रों के मातहतो पर रिश्वत खोरी के आरोप लग रहे हैं. जिले में मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मुख्य आंगनबाड़ी में प्रमोट करने के नाम पर रिश्वत लेने का मामला सामने आया है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सुपरवाइजर पर यह आरोप लगाया है कि उन्हें प्रमोट करने के लिए 20-20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी गई थी.
प्रमोट करने रिश्वत लेने का आरोप : मामला जिले के लुंड्रा विकासखंड का है. यहां की मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि उनके क्षेत्र की सुपरवाइजर ने करीब 20 लोगों से 20-20 हजार की डिमांड की थी. 12-12 हजार रुपये लिये और उसके बाद उन्हें मुख्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर प्रमोट किया गया है. बाकी का 8 हजार आदेश मिलने पर देना है.
"हम लोग 2 लाख 40 हजार रुपये दिए": करौली पहाड़ पारा की आंगनबाड़ी की कार्यकर्ता कलावती सिंह ने बताया,"नियति सिन्हा के द्वारा हम लोगों से 20-20 हजार का डिमांड किया गया था, जिसमें हम लोग 12-12 हजार रुपये दे दिए हैं. आदेश आने के बाद बाकी का 8 हजार देना है. हम लोग 20 कार्यकर्ता हैं. सबका मिलाकर 2 लाख 40 हजार रुपये लुंड्रा में ले जाकर दिये हैं."