रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार एसडीएम का रीडर, भृत्य और सैनिक निलंबित - Surguja News - SURGUJA NEWS
जमीन संबंधित प्रकरण में 50 हजार की रिश्वत लेते पकड़े गए एसडीएम बीआर खांडे, लिपिक, भृत्य और नगर सैनिक को जेल भेज दिया गया है. अब इस मामले में एसडीएम के रीडर, भृत्य और नगर सैनिक को विभाग प्रमुखों ने निलंबित कर दिया है जबकि एसडीएम के खिलाफ जानकारी राज्य शासन को भेज दी गई है. रिश्वतखोरी के मामले में उदयपुर तहसील के एक लिपिक को भी निलंबित किया गया है.
सरगुजा : जिले में एंटी करप्शन ब्यूरो ने उदयपुर एसडीएम बीआर खांडे, लिपिक धरमपाल, भृत्य अबीर राम और नगर सैनिक कविनाथ को 50 हजार रुपए की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया था. इसके साथ ही जांच के दौरान एसीबी ने कार्यालय से कुछ दस्तावेज जब्त किए थे. जिसके मुताबिक, एसडीएम ने प्रार्थी कन्हाई राम और उनके परिवार के सदस्यों से 50 डिसमिल जमीन का पावर ऑफ अटार्नी अपने दो परिचित महिलाओं के नाम रजिस्टर्ड करा लिया था. इस केस में एसीबी ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया.
उदयपुर के लिपिक को किया निलंबित : इस कार्रवाई के बाद एसडीएम उदयपुर के लिपिक धरमपाल दास को जिला शिक्षा अधिकारी अंबिकापुर ने निलंबित किया है. धरमपाल दास सहायक शिक्षक एलबी देवल्लापारा तोलगा में पदस्थ था जबकि एसडीएम ने उसे अटैच कर अपने कार्यालय का रीडर बना रखा था. इसके साथ ही सहायक आयुक्त आदिवासी विकास द्वारा भृत्य अबीर राम को निलंबित किया गया है. अबीर राम भी आकस्मिक स्थापना भृत्य बालक आश्रम देव टिकरा में पदस्थ था, लेकिन उसे भी उदयपुर अटैच कर रखा गया था.
एसडीएम के गार्ड को किया निलंबित : जिला सेनानी ने एसडीएम के गार्ड सैनिक कविनाथ सिंह को निलंबित कर दिया है. कविनाथ सिंह ने रिश्वत की रकम 50 हजार रुपये अपने पास रखी थी. तीनों के निलंबन आदेश मंगलवार को जारी किए गए हैं. वहीं एसीबी द्वारा रिश्वत लेते पकड़े गए मुख्य आरोपी एसडीएम बीआर खांडे को कलेक्टर ने एसडीएम पद से हटा दिया था और अब उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए जानकारी राज्य शासन को भेजी गई है. बड़ी बात यह है कि बीआर खांडे के शासकीय निवास से नगद रकम और जमीनों से जुड़े दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं.
नकल के लिये मांगे 200, बाबू निलंबित : मंलगवार को रिश्वतखोरी के एक और मामले में जिला प्रशासन ने कार्रवाई की है. कलेक्टर ने उदयपुर तहसील कार्यालय में पदस्थ लिपिक नन्हारी राम, सहायक ग्रेड 3 को सस्पेंड कर दिया है. नन्हारी राम ने तहसील कार्यालय में कुमडेवा गांव के एक ग्रामीण से नकल निकालने के नाम पर 200 रुपए रिश्वत मांगी थी. ग्रामीण ने नन्हारी राम को 100 रुपए देना चाहा तो उसने कहा कि दो सौ तो वकील अपने मन से देकर जाते हैं. ग्रामीण द्वारा 200 रुपए देने पर नन्हारी राम ने नकल की प्रतिलिपि दी. शिकायत के बाद कलेक्टर विलास भोस्कर ने नन्हारी राम को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए सीतापुर तहसील कार्यालय अटैच किया है.