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गोड्डा में मनाई गई सुभाष चंद्र बोस की जयंती, लोगों ने नेताजी के बताए रास्ते पर चलने का लिया संकल्प

Subhash Chandra Bose birth anniversary. गोड्डा में सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर उन्हें याद किया गया. इस अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें मौजूद वक्ताओं ने अपने विचार रखे और नेताजी के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया.

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Netaji Birth Anniversary

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jan 23, 2024, 2:55 PM IST

गोड्डा में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर अपने विचार रखते एसडीपीओ और समाजसेवी.

गोड्डाः जिले में मंगलवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती मनाई गई. इस दौरान गोड्डा के रौतारा स्थित सुभाष चौक पर नेताजी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर नमन किया गया. इस मौके पर नेताजी को अपना आदर्श मानने वाले समाजसेवी और उनके हमशक्ल सर्वजीत झा अंतेवासी ने कहा कि आज हम सबको नेताजी के बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लेना चाहिए.

सर्वजीत झा थे कार्यक्रम में शामिलः विदित हो गोड्डा में 1986 में पहली बार नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा स्थापित की गई थी. तब से सर्वजीत झा कई वर्षों तक अपने रक्त से नेताजी को तिलक कर उनकी जयंती मनाते थे, लेकिन बाद में रक्त से तिलक लगाने का काम बंद कर दिया गया. जानकारी के अनुसार सर्वजीत झा पेशे से अधिवक्ता हैं और समाजसेवी है. उन्होंने नेताजी के जीवन पर पुस्तक भी लिखी है.

सुभाष चंद्र बोस के बताए मार्ग पर चलने का लें संकल्पःवहीं मौके पर बतौर अतिथि मौजूद एसडीपीओ जेपीएन चौधरी ने कहा कि हम सभी आज फिर संकल्प लें कि सामाजिक बुराइयों से दूर रहेंगे और राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे. उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को उनके बताए मार्ग पर चलने की जरूरत है और यही नेताजी सुभाष चंद्र बोस के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी.

आपसी सद्भाव के प्रतिमूर्ति थे नेताजीः वहीं समाजसेवी सह यूनियन लीडर मंजुल कु दास ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस आपसी सद्भाव की प्रतिमूर्ति थे. उनके आजाद हिंद फौज में हिन्दू, मुस्लिम, सिख और दूसरे सभी संप्रदाय के लोग थे. यहां तक कि फौज का महिला विंग भी था. उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस का झारखंड से काफी जुड़ाव था.

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