दुष्कर्म के आरोपी ऑटो चालक नदीम को को फांसी की मांग (Video- ETV Bharat) हल्द्वानी: पियानो सीखने जा रही 16 वर्षीय मानसिक रूप से कमजोर किशोरी से विशेष समुदाय के ऑटो चालक द्वारा दुष्कर्म की घटना की अंजाम देने के बाद हल्द्वानी के छात्रों में गुस्सा फूट गया है. हल्द्वानी के एमबीपीजी कॉलेज के बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं हल्द्वानी कोतवाली पहुंच गए. दुष्कर्म के आरोपी ऑटो चालक मोहम्मद नदीम को फांसी देने की मांग करते हुए जमकर प्रदर्शन कर हंगामा किया.
किशोरी से दुष्कर्म के खिलाफ प्रदर्शन: छात्र-छात्राओं ने आरोप लगाया कि हल्द्वानी में बहुत से ऐसे ऑटो चालक हैं, जो बाहर से आकर अपना नाम और धर्म बदलकर इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. ऐसे में पुलिस इस तरह की गलत गतिविधियां करने वाले लोगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करे. छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शन करते हुए कहा कि आरोपी को फांसी की सजा दी जाए.
ऑटो चालक नदीम रेप के आरोप में गिरफ्तार: कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली आंशिक रूप से मानसिक कमजोर किशोरी पियानो बजाना सीखने निकली थी. नाबालिग छात्रा को क्लास तक छोड़ने के बहाने ऑटो चालक उसे ऑटो में बैठाकर सुनसान स्थान पर ले गया. आरोप है कि वहां उसने किशोरी के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया. पीड़िता के माता-पिता की शिकायत पर हल्द्वानी कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी ऑटो चालक को गिरफ्तार किया. उसे जेल भेजा चुका है.
पियानो बजाना सीखने जा रही किशोरी से हुआ था दुष्कर्म: परिजनों के अनुसार किशोरी को मंगलपड़ाव में एक ऑटो चालक ने ऑटो में बैठाया. पियानो क्लास जाने के बजाय उसे एमबी इंटर कॉलेज के पास लगी नुमाइश तक ले गया. वहां एक सुनसान स्थान पर उसके किशोरी के साथ साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया. परिजनों के अनुसार आरोपी ऑटो चालक नदीम ने पीड़िता को धमकाया. मुंह खोलने पर जान से मार डालने की धमकी दी. इसके बाद वह नाबालिग को वापस मंगलपड़ाव छोड़कर फरार हो गया.
छात्रों ने दुष्कर्म के आरोपी को फांसी देने की मांग की: छात्रा से दुष्कर्म के मामले में प्रदर्शन कर रहे छात्रों को पुलिस कर्मचारियों ने समझा बुझाकर वापस भेज दिया. मौके पर पुलिस के अधिकारी कोई मौजूद नहीं रहे. बताया जा रहा है कि पुलिस के पुलिस क्षेत्राधिकारी से लेकर सभी बड़े अधिकारी नैनीताल बैठक में गए हुए हैं. काफी देर तक कोतवाली में छात्र अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करते रहे. आखिरकार पुलिस कर्मियों के आश्वासन के बाद छात्र वापस लौट गए.
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