गोड्डा: लोकसभा चुनाव में वोटिंग के बाद सभी उम्मीदवार लंबी थकान के बाद रिलैक्स मोड में हैं, लेकिन चुनाव परिणाम की चिंता उम्मीदवारों को सता रही है. सभी उम्मीदवार फोन पर कार्यकर्ताओं से वोटिंग का हाल जान रहे हैं. जिसमें एक ही संवाद होता कि कैसा रहा आपके तरफ वोटिंग का हाल. उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं का यह संवाद इन दिनों आम है. मतदान समाप्ति के बाद दो दिन का वक्त इन्हीं संवाद और जोड़-घटाव में गुजर रहा है. वहीं चौक-चौराहों पर भी लोग चुनाव की चर्चा कर रहे हैं और जीत-हार के समीकरण पर चर्चा कर रहे हैं. वहीं बुद्धिजीवियों के बीच भी चुनाव की चर्चा हो रही है.
राजमहल में ताला पर भारी पड़ सकते हैं विजय, पर लोबिन भी कर सकते हैं चमत्कार
संथाल परगना के राजमहल लोकसभा सीट पर वोटिंग के बाद वरिष्ठ पत्रकार डॉ प्राणेश कहते हैं कि राजमहल में झामुमो के विजय हांसदा का मुकाबला भाजपा के ताला मरांडी के साथ है. वहीं अंतिम समय में झामुमो के लोबिन हेंब्रम की एंट्री और तीसरा कोण बनने के सवाल पर वरिष्ठ पत्रकार डॉ प्राणेश कहते हैं कि लोबिन हेंब्रम कोई कोण बना रहे हैं फिलहाल ऐसा नहीं लग रहा, लेकिन वे विजय हांसदा का कुछ वोट काट सकते हैं. अंततः टक्कर विजय हांसदा और ताला मरांडी के बीच है. डॉ प्राणेश का अनुमान है कि अंततः विजय हांसदा तीसरी बार भी राजमहल से चुनाव जीत जाएंगे. हालांकि कुछ लोग भाजपा के अंडर करंट की बात करते हुए किसी चमत्कार की उम्मीद को भी इनकार नहीं करते हैं.
दुमका में कांटे की टक्कर पर नलिन को माना जा रहा मजबूत दावेदार
वहीं राज्य की सबसे चर्चित सीट झारखंड की उपराजधानी दुमका लोकसभा सीट पर सबकी नजर है. यहां आमने-सामने का मुकाबला है. एक तरफ झामुमो की टिकट पर नलिन सोरेन हैं तो दूसरी ओर भाजपा की टिकट पर शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन हैं. दोनों में आमने-सामने का मुकाबला माना जा रहा है.
इस संबंध में वरिष्ठ पत्रकार शिव शंकर तिवारी कहते हैं कि मुकाबला कांटे का है, लेकिन ये भी सही है की गुरुजी का वोट नलिन सोरेन के साथ इटेक्ट है. ऐसे में सीता सोरेन की राह थोड़ी मुश्किल जरूर है. शिव शंकर ने कहा कि सीता को पूरी तरह भाजपा के लोग भी स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं और फिर उन लोगों को ऐसा भी लग रहा कि संभव हो कि सीता अपने घर वापस लौट जाए. ऐसे में भाजपा के कैडर तो उनके साथ है, लेकिन आम मतदाता थोड़ा कन्फ्यूज है. ऐसे में एज नलीन सोरेन के पक्ष में जाता दिख रहा है.
गोड्डा में मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच, पर अभिषेक झा बदल सकते हैं समीकरण