मुरादाबाद :संभल में 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा हुई थी. इस मामले में 27 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. हिंसा के आरोपियों को पुलिस ने मुरादाबाद की जेल भेजा है. इन आरोपियों से जेल में मुलाकात करने के लिए सपा का एक प्रतिनिधि मंडल सोमवार को पहुंचा. जेल में मुलाकात के बाद सपा विधायक समरपाल सिंह ने बताया कि संभल की पुलिस ने निर्दोष लोगों को पकड़कर जेल भेजा है. पुलिस ने उनके साथ बर्बरता की है. पुलिस की पिटाई के जख्म उनके शरीर पर हैं. जेल में कुछ महिलाएं भी बंद हैं. उनकी हर संभव मद्दत की जाएगी.
समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि मंडल को कारागार के सीनियर सुपरिटेंडेंट पीपी सिंह ने करीब साढ़े 12 बजे का मुलाकात का समय दिया था. 15 लोगों के प्रतिनिधिमंडल ने जेल में बंद 5 से 7 लोगों से मुलाकात की. संभल हिंसा के आरोप में कुल 27 लोग मुरादाबाद कारागार में बंद हैं. कारागार में मुलाकात करने वालो में ठाकुरद्वारा विधायक नबाब जान, नोगांव विधयाक समरपाल और पूर्व सपा सांसद एसटी हसन के अलावा एक दर्जन से अधिक कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल थे.
अमरोहा की नोगावा विधानसभा से विधायक समरपाल सिंह ने मुलाकात के बाद कहा कि संभल हिंसा के आरोप में जो लोग जेल में बंद हैं, उन पर पुलिस ने बहुत बर्बरता की है. वह सभी लोग निर्दोष हैं. उनका हिंसा में कोई रोल नहीं था. जब पुलिस उनके घर पहुंची तो आरोपी बनाए गए लोगों ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज देख लो, हम घर में ही थे. उसके बावजूद पुलिस सीसीटीवी के डीवीआर निकाल कर अपने साथ ले गई. जबरदस्ती लोगों को घर से निकालकर तीन दिन तक थाने में बंद कर पीटा. उसके बाद मुरादाबाद जेल भेज दिया गया.